Dev Anand Bungalow Photos: मुंबई के इस आलीशान बंगले में देव आनंद ने बिताए थे 40 साल, देखें अंदर की खास झलक
देव आनंद भारतीय सिनेमा के सबसे सफल अभिनेताओं में से एक थे. राज कपूर और दिलीप कुमार के साथ ट्रिनिटी - द गोल्डन ट्रायो का हिस्सा भी रह चुके थे. भारत सरकार ने उन्हें भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए 2001 में पद्म भूषण और 2002 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया था.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appदेव आनंद का असली नाम धर्मदेव पिशोरीमल आनंद था. यूं तो हमने हाल के दशकों में कई सुपरस्टार देखे हैं, लेकिन जिस तरह देव आनंद ने अपने जीवन के अंत तक खुद को संभाला था, एक इंसान के तौर पर उनकी महानता को शब्दों में बयां करना मुश्किल है. देवानंद कितनी बड़ी हस्ती है इस बारे में हमें बताने की जरुरत नहीं है. लेकिन आज हम आपको बताएंगे देवानंद के पुराने घर के बारे में जहाँ वह रहा करते थे.
देव आनंद के जीवन के बारे में एक और दिलचस्प किस्सा है उनका आलीशान घर, जो जुहू में आइरिस पार्क के आसपास स्थित था. उस आलीशान इलाके में किसी अभिनेता का पहला बंगला था. अभिनेता अपनी पत्नी और अभिनेत्री, कल्पना कार्तिक और उनके बच्चों, सुनील आनंद और देविना के साथ लगभग 40 वर्षों तक उस घर में रहे थे.
शुरुआत में अभिनेता के घर के चारों ओर की दीवारें जमीन से कुछ इंच ही ऊंची थीं। लेकिन आने वाले दशकों में देव आनंद ने दीवारें खड़ी कर दी थीं ताकि उनके बंगले के आसपास बनी नई इमारतों में रहने वाले लोग उनके कमरों में न घुस सकें.
रिपोर्ट्स की मानें तो देव आनंद के बंगले का इंटीरियर मिट्टी के रंग में रंगा हुआ था. दीवारों को उनकी फिल्मों के पोस्टर से सजाया गया था. यह भी बताया गया है कि घर महंगे सोफे, कुछ दुर्लभ प्राचीन वस्तुओं से भरा हुआ था और घर के विभिन्न हिस्सों में सुंदर चित्र थे.अभिनेता ने शायद ही अपने घर की कोई तस्वीर अखबारों में आने दी हो.
देव आनंद ने अपने जुहू वाले घर के बारे में खुलकर बात की थी, जहां उन्होंने अपने परिवार के साथ जीवन भर की यादें बनाई थीं.
देव आनंद ने एक बार बताया था : जब मैंने जुहू में घर बनाया था तब वह एक छोटा सा गाँव था लेकिन जुहू में अब काफी भीड़ हो गई है, खास कर रविवार के दिन भी लोगों से खचाखच भरा रहता है. यहाँ अब वो समुद्र तट नहीं है जहाँ मैं शांति से बैठा करता था ,अब हर तरफ शोर है. मेरे आइरिस पार्क निवास में अब कोई पार्क नहीं है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -