कीर्तन-शादी में गाते-गाते पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के किंग कैसे बने दिलजीत दोसांझ?
दिलजीत पंजाब के जालंधर जिले के दोसांझ गांव के रहने वाले हैं. उनका असली नाम दलजीत सिंह था, जिसे बदलकर उन्होंने दिलजीत दोसांझ कर लिया.
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View In Appदिलजीत ने अपनी पढ़ाई-लिखाई के बारे में एक इंटरव्यू के दौरान बताया था. उनका कहना था कि उनका बचपन आर्थिक तंगी में गुजरा. वह 10वीं तक ही पढ़ पाए.
दिलजीत को बचपन से गाने का शौक था. वह गुरुद्वारे में गुरबानी कीर्तन करते थे. गुरुद्वारे में आने वालों को उनकी आवाज भा गई और उन्हें मौके मिलते चले गए.
दिलजीत दोसांझ के हुनर को धीरे-धीरे पहचान मिली और वह पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में आ गए. दिलजीत को उनके फैंस 'अर्बन पेंडू' भी बुलाते हैं. अर्बन का हिंदी मतलब शहरी और पेंडू का मतलब पिंड (गांव) होता है. फैंस उन्हें शहरी और देहाती का मिश्रण मानते हैं.
गुरुद्वारे के अलावा दिलजीत ने स्टेज शो किए. वहीं, शादी आदि में भी परफॉर्मेंस दी. कुल मिलाकर यूं कह लीजिए कि इस शोहरत को हासिल करने का उनका सफर संघर्ष से भरा रहा.
दिलजीत की पहली एल्बम 'इश्क दा उड़ा अड़ा' साल 2004 में रिलीज हुई थी. यह वह दौर था, जब उन्होंने अपने नाम में बदलाव किया.
इसके बाद उन्होंने एक और एल्बम रिलीज की. वहीं, उनकी तीसरी एल्बम 'स्माइल' ने काफी सुर्खियां बटोरीं. 2011 में उन्होंने पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा. उनकी पहली फिल्म 'द लायन ऑफ पंजाब' थी, जिसका गाना 'लख 28 कुड़ी दा' काफी पसंद किया गया.
दिलजीत ने बॉलीवुड में प्लेबैक सिंगर के तौर पर एंट्री किया. उन्होंने 'तेरे नाल लव हो गया' फिल्म के लिए गाना गया. वह 2016 में 'उड़ता पंजाब' फिल्म में अपनी भूमिका के लिए काफी सुर्खियां बटोरीं.
दिलजीत बॉलीवुड की कई फिल्मों में नजर आ चुके हैं. इनमें 'फिल्लोरी', 'सूरमा' और 'गुड न्यूज' आदि फिल्में शामिल हैं, जिसमें उन्होंने कई दिग्गज सितारों के साथ काम किया.
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