Ambedkar Jayanti: 'आर्टिकल 15' से लेकर 'मसान' तक, अंबेडकर जयंती पर देखें असमानता पर बनी ये बेहतरीन हिंदी फिल्में
अंकुर – साल 1974 में आई ये फिल्म भी एक सच्ची कहानी पर बेस्ड है. जो साल 1950 के दशक में हैदराबाद में हुई थी. इस फिल्म में शबाना आजमी, साधु मेहर और अनंत नाग को देखा गया था. फिल्म ने ना सिर्फ इंडिया बल्कि विदेश में भी अवॉर्ड जीते थे. इसने तीन नेशनल अवॉर्ड के साथ 43 दूसरे पुरस्कार भी जीते हैं.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appबैंडिट क्वीन - 1994 में शेखर कपूर की ये फिल्म भी जाति की राजनीति पर आधारित थी. जो फूलन देवी की लाइफ पर आधारित थी. जिसमें सीमा बिस्वास ने फूलन देवी का रोल निभाया था. फिल्म में उनकी दर्द भरी जिंदगी की कहानी दिखाई गई है. जिसमें वो अपने साथ ही अत्याचारों का बदला लेती हैं.
मसान – इस फिल्म से विक्की कौशल ने अपना करियर शुरू किया था. जिसमें उनकी उम्दा एक्टिंग देखने को मिली थी. फिल्म में उनके साथ श्वेता त्रिपाठी भी थी. फिल्म में श्मशान घाट में काम करने वाले दीपक (विक्की कौशल) की कहानी दिखाई गई है. जिसे उंची कास्ट की लड़की से प्यार हो जाता है. ये फिल्म भी समाज की बुराईयों को दर्शाती है.
सुजाता - साल 1959 में रिलीज हुई ये इस फिल्म में नूतन, तरुण बोस और सुलोचना जैसे दिग्गज कलाकार थे. इस फिल्म में उन छोटी जाति के लोगों की कहानी दिखाई गई है. जो आज़ादी के बाद भी गुलाम थे. ऐसे लोगों को आजादी दिलाने के लिए ये फिल्म प्रेरणा बनी थी. फिल्म के लिए नूतन को फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था.
आर्टिकल 15 - आयुष्मान खुराना की ये फिल्म देश में जाति को लेकर हो रहे भेदभाव को दिखाती है. फिल्म में छोटी जाति की लड़कियों के रेप पर बनी है. जिनके इंसाफ मांगने के लिए कोई सामने नहीं आता. तब आईपीएस ऑफिसर बने आयुष्मान उस केस को संभालते हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -