स्टोर मैनेजर की नौकरी की, लुक्स की वजह से हुआ रिजेक्ट, फिर बॉलीवुड का टॉप विलेन बन मचाया धमाल, पहचाना?
मुकेश ऋषि का जन्म 17 अप्रैल 1956 को जम्मू में हुआ था. उनके पिता एक बिजनेसमैन थे और वे चाहते थे कि मुकेश भी फैमिली बिजनेस ही संभालें. हालांकि, स्कूल के दिनों में मुकेश का रुझान क्रिकेट खेलने की ओर ज्यादा था.
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View In Appवह अपने कॉलेज के दौरान पंजाब यूनिवर्सिटी में कैप्टन भी थे. इसी दौरान उनका परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया. उनके पिता ने वहां एक बिजनेस स्थापित किया और मुकेश के बड़े भाई के साथ पार्टनरशिप की. अपनी एजुकेशन पूरी करने के बाद मुकेश को फैमिली बिजनेस में भी लाया गया. हालांकि, मुकेश का बिजनेस में जरा भी मन नहीं लगता था.
एक दिन, मुकेश ने अपने पिता से कहा कि उन्हें फैमिली बिजनेस में कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने विदेश जाने की इच्छा जाहिर की. इसके बाद उनके पिता ने उन्हें एक दोस्ट की मदद से फिजी भेज दिया. वहां उन्होंने एक डिपार्टमेंटल स्टोर में मैनेजर के तौर पर काम करना शुरू किया. अपनी नौकरी के साथ-साथ मुकेश ने कुछ मॉडलिंग भी की. उनके मॉडलिंग के दिनों में, लोगों ने सुझाव देना शुरू कर दिया कि उन्हें फिल्मों में काम करना चाहिए.
जब मुकेश के पिता का निधन हो गया तो वह मुंबई लौट आए. बाद में, जब उनके भाई ने उनसे फैमिली बिजनेस संभालने के लिए कहा, तो मुकेश ने फिल्मों में खलनायक बनने की इच्छा जाहिर की.
उनके भाई ने मंजूरी दे दी और फिर मुकेश की मुलाकात रोशन तनेजा से हुई. उन्होंने एक्टिंग स्कूल में दाखिला लिया और तनेजा से कहा कि जब वह तैयार महसूस करेंगे तो काम तलाशेंगे. छह महीने बाद, मुकेश को लगा कि वह फिल्मों में काम करने के लिए तैयार हैं. इसके बाद रोशन तनेजा ने उन्हें यश चोपड़ा के पास निर्देशित किया, लेकिन जब मुकेश पहुंचे, तो चोपड़ा ने बताया कि उनकी फिल्में आम तौर पर रोमांटिक और पारिवारिक होती थीं, और आमतौर पर इनमें विलेन की जरूरत नहीं होती थी.
निराश होकर मुकेश घर लौट आये. हालांकि, एक साल बाद, उन्हें यश चोपड़ा के ऑफिस से कॉल आया और उन्हें एक फिल्म में कास्ट किया गया, जो 1993 में रिलीज़ हुई थी. इसके बाद संजय खान ने मुकेश ऋषि को अपने सुपरहिट टीवी सीरियल टीपू सुल्तान में खूंखार विलेन का रोल ऑफर किया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजय मुकेश की फिजीक से प्रभावित थे, जो इस रोल के लिए परफेक्ट थी. इसके बाद, मुकेश को प्रियदर्शन की फिल्म गर्दिश मिली, जहां उन्होंने मेन विलने की भूमिका निभाई और इसके लिए काफी तारीफ भी पाई.
खलनायक के रूप में मुकेश ऋषि के करियर की गाड़ी चल निकली थी. गर्दिश के बाद, मुकेश ने 90 के दशक के दौरान सरफरोश, सूर्यवंशम, लोफर, इंडियन, गुंडा, कोई मिल गया, डैम सहित कई फिल्मों में अभिनय किया और खुद को बॉलीवुड में टॉप विलेन की लिस्ट में शामिल करवा लिया. मुकेश ऋषि ने न सिर्फ हिंदी फिल्मों में बल्कि तमिल, तेलुगु और पंजाबी सिनेमा में भी काम किया है.
साल 2000 आते-आते बॉलीवुड फिल्मों में विलेन के कैरेक्टर और उनके स्टाइल में काफी बदलाव आया. मुकेश ऋषि को बॉलीवुड में फिल्में ऑफर होना कम होने लगा था. हालांकि, दक्षिण भारतीय फिल्मों में विलेन की डिमांड बढ़ रही थी. इस ट्रेंड को देखते हुए, मुकेश ने साल 2000 के आसपास धीरे-धीरे अपना ध्यान दक्षिण भारतीय फिल्मों की ओर फोकस कर दिया.
वहां उन्होंने कई लीड एक्टर्स के साथ काम किया और उन्हें दर्शकों से बहुत प्यार मिला, खासकर तेलुगु फिल्मों में उनके काम की काफी तारीफ हुई. आज मुकेश साउथ फिल्मों में एक्टिव हैं.
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