गरीबी में बीता बचपन, 13 की उम्र में काम करने के लिए रोज 16 किमी चलते थे पैदल, खलनायक के किरदार ने चमका दी थी किस्मत
आज हम आपको ही एक ऐसे ही मशहूर स्टार के बारे में बताते हैं जिनका बचपन बहुत गरीबी में बीता है लेकिन आज उनकी एक्टिंग की हर तरफ चर्चे होते हैं. उनका नाम है 'नाना पाटेकर'.
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View In Appनाना पाटेकर पिछले 4 दशकों से फिल्म इडंस्ट्री में एक्टिव हैं. वह हर साल 1 जनवरी को अपना बर्थडे सेलिब्रेट करते हैं. इस मौके पर उनकी संभर्ष भरी जिंदगी और फिल्मी करियर पर एक नजर डालते हैं.
नाना पाटेकर का बचपन बहुत गरीबी में बीता है. इस वजह से उन्होंने अपने परिवार का पेट पालने के लिए बहुत कम उम्र में काम करना शुरू कर दिया था.
13 साल की उम्र में नाना पाटेकर स्कूल के बाद रोज 8 किलोमीटर पैदल चलकर काम करने के लिए जाते थे. वह फिल्मों के पोस्टर्स को पेंट करने का काम करते थे. फिर 8 किलोमीटर चलकर वापस घर आते थे. काम के बदले मिले पैसों से वह अपने घर का खर्च चलाते थे.
नाना पाटेकर हिंदी के अलावा कई मराठी फिल्मों में भी नजर आ चुके हैं. उन्होंने अपना करियर साल 1978 में रिलीज हुई फिल्म 'गमन' से शुरू किया था. हालांकि इसमें उनके काम को नोटिस नहीं किया गया. नाना पाटेकर ने कॉमिक, रोमांटिक, निगेटिव हर तरह के किरदार से फैंस को चौंकाया है.
साल 1989 में फिल्म 'परिंदा' रिलीज हुई थी, जिसमें नाना पाटेकर ने खलनायक का रोल निभाकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं. इस मूवी से उन्हें बहुत ज्यादा पॉपुलैरिटी मिली थी और फिर वह बॉलीवुड में छा गए थे. 'परिंदा' के लिए नाना पाटेकर ने बेस्ट सपोर्टिंग का नेशनल अवॉर्ड भी जीता था.
वर्क फ्रंट की बात करें तो पिछली बार नाना पाटेकर फिल्म 'द वैक्सीन वॉर' में नजर आए थे. साल 2023 में रिलीज हुई इस फिल्म का निर्देशन विवेक अग्निहोत्री ने किया था. हालांकि, ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी.
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