Nushratt Bharuccha: 'प्यार का पंचनामा' नहीं करना चाहती थीं नुसरत भरूचा, राजकुमार राव के कहने पर की थी फिल्म
प्यार का पंचनामा गर्ल के नाम से मशहूर होने से लेकर अब छलांग और छोरी जैसी फिल्मों में सुर्खियां बटोरने वाली नुसरत भरुचा ने एक लंबा सफर तय किया है.
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View In Appनुसरत ने कहा, जब मेरी फिल्म (जनहित में जारी) का ट्रेलर सामने आया, तो मुझसे पूछा जा रहा था कि मैंने मल्टी स्टारर फिल्म करने का फैसला कैसे और क्यों किया? यह एक सामूहिक फिल्म नहीं है. यह एक अभिनेता के नेतृत्व वाली फिल्म है. अभिनेता सिर्फ महिला होती है. और, मैं आपको यह बता सकती हूं. मैंने अन्य फिल्में की हैं और मैं अन्य ट्रेलर लॉन्च के लिए गयी हूं जहां मंच पर अधिक अभिनेता हैं जो 'जनहित में जारी' के मंच पर मौजूद अभिनेताओं की संख्या से अधिक हैं. लेकिन फिर वे इसे एक कलाकारों की फिल्म नहीं कहते हैं, वे इसे नायक की फिल्म कहते हैं.''
उन्होंने कहा, ''जनहित में जारी' ट्रेलर लॉन्च के दौरान, मैंने सोचा कि इसमें क्या लगेगा. जब आज एक महिला किसी फिल्म की हेडलाइनिंग कर रही है, तो इसे उसकी फिल्म क्यों नहीं कहा जा सकता? मैं कोई नई लड़की नहीं हूं. आप इसे नुसरत भरुचा फिल्म क्यों नहीं कह सकते?' एक महिला अभिनेता के कारण यह देना इतना मुश्किल क्यों है? मुझें नहीं पता.
उन्होंने कहा, ऐसा इसलिए है क्योंकि मेरे पास उस तरह का समर्थन या समर्थन नहीं है, या मेरे पास मेरे बारे में पोस्ट करने वाले लोग नहीं हैं. मेरे पास यह कभी नहीं था. मेरे पास कभी भी मेरे आसपास काम करने वाली कोई मशीनरी नहीं रही.''
नुसरत को 'प्यार का पंचनामा' से प्रसिद्धि मिली. हालांकि, अपनी पहली फिल्म 'लव सेक्स और धोखा' (एलएसडी) की सफलता के बाद, वह उस शैली में फिल्में करना चाहती थी, और 'प्यार का पंचनामा' करने से इनकार कर दिया था.
उन्होंने कहा, “मैंने एलएसडी किया था, यह एक ट्रेंड सेटर फिल्म थी. उस फिल्म के बाद मैं ऐसी ही फिल्में करना चाहती थी. एलएसडी की शूटिंग के दौरान मुझे अभिनय से प्यार हो गया था और फिल्म ने इतना अच्छा प्रदर्शन किया कि मुझे लगा कि यही रास्ता है. लेकिन फिर मुझे कोई काम नहीं मिला.
उसने कहा, आपको इसके साथ रहना होगा. कोई अन्य विकल्प नहीं है. आपको रात को सोना है और अगली सुबह उठना है और जो करना है वो करें. मुझे याद है कि मैंने 'प्यार का पंचनामा' को ना कहा था क्योंकि मैं उसी जोन में थी और मैं केवल एक खास तरह के सिनेमा में काम करना चाहती थी.
उन्होंने ने कहा, लेकिन तब एलएसडी में मेरे अच्छे सह-कलाकार थे, राज (राजकुमार राव) और अमित (सियाल) जिन्होंने कहा, 'क्या तुम पागल हो? पिक्चर मिल रही है, बहुत बड़ी बात है. (आपको एक फिल्म की पेशकश की जा रही है. यह एक बड़ी बात है). बहुत से लोगों को ऐसा अवसर नहीं मिलता है. अगर आप अभी नहीं करना चाहते हैं तो भी इसे करें. आप अपने जीवन में एक ऐसे चरण में पहुंचेंगे जब आप वह चुनेंगे जो आप करना चाहते हैं.'”
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