Pankaj Udhas Death: डॉक्टर बनने के लिए लिया था कॉलेज में एडमिशन...लेकिन गायकी पर अटका रहा दिल, जानिए पंकज उधास के बारे में अनसुनी बातें
फिल्म ‘कामना’ के गाने तुम कभी सामने आ जाओगे तो से अपना गायिकी का करियर शुरू करने वाले पंकज उधास कड़े संघर्ष के बाद सुरों के सरताज कहलाए थे. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि वो कभी सिंगर तो बनना ही नहीं चाहते थे.
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View In Appदरअसल पंकज उधास का जन्म 17 मई 1951 को भारत के गुजरात के जेतपुर में हुआ था. शुरुआत से ही पंकज ने अपने पिता और भाई को संगीत से जुड़ा हुआ देखा था. इसलिए उनकी भी रूचि इसी में बनने लगी.
लेकिन पंकज उधास ने ये कभी नहीं सोचा था कि वो अपना करियर सिंगिंग या संगीत की दुनिया में बनाएंगे. जी हां आपने सही सुना,आपको जानकर हैरानी होगी कि वो पंकज पहले डॉक्टर बनना चाहते थे. इसलिए उन्होंने कॉलेज में एडमिशन लेकर मेडिकल साइंस ले ली.
हालांकि मेडिकल साइंस की पढ़ाई के दौरान भी पंकज ने गाना जारी रखा और वो कॉलेज के प्रोग्राम में सिंगिंग करने लगे. धीरे-धीरे इसके जरिए उनको पहचान मिलने लगी और तब उन्हें समझ आया कि डॉक्टर बनना नहीं बल्कि सिंगिंग ही उनका मनपसंद काम है और वो इसे में अपना करियर बनाएंगे.
बता दें कि ‘कामना’ के गाने तुम कभी सामने आ जाओगे तो के बाद पंकज उधास ने कई गाने गाए. लेकिन उनकी असली पहचान तब मिली. जब उन्हें ‘चिट्ठी आई है’ ऑफर हुआ और उन्होंने इस गाने को अपनी जादुई आवाज में ऐसा गाया कि हर कोई उनकी सिंगिंग का कायल हो गया.
अपने गायकी के हुनर से पंकज उधास ने कई अवार्ड्स भी अपने नाम किए थे. जिसमें पद्मश्री पुरस्कार के अलावा संगीत की दुनिया का अवार्ड के एल सहगल भी शामिल है.
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