एक्सप्लोरर
‘अरबाज की मौत का लोगों को अफसोस नहीं होता’, क्यों सलमान खान के पिता ने कही थी ये बात?
Hello Brothers Film Kissa: सलमान खान के तो आपने अभी तक कई किस्से सुने होंगे. लेकिन आज हम आपको उनके पिता का एक मजेदार किस्सा सुनाने जा रहे हैं. जिसे सुन आप भी अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे.

सलीम खान के बच्चे सलमान खान, अरबाज खान और सोहेल खान ने फिल्म इंडस्ट्री में ही अपना करियर बनाया है. लेकिन अरबाज और सोहेल कभी भी अपने भाई सलमान की तरह बॉलीवुड पर राज नहीं कर पाए. इसलिए उन्होंने एक्टिंग छोड़ फिल्म मेकिंग में हाथ आजमाया और खूब नाम भी कमाया. हालांकि यहां हम आपको उनका वो किस्सा बता रहे हैं. जब सलीम खान ने अपने तीनों बेटों के सामने ये कहा था कि सलमान खान की जगह अगर अरबाज खान की मौत होती है तो लोगों को अफसोस कम होता. जानिए ऐसा क्या हुआ था.
1/7

दरअसल ये वाक्या तब का है. जब सलीम खान अपने तीनों बेटों सलमान खान, अरबाज खान और सोहेल खान के साथ कपिल शर्मा के शो पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने इन तीन की खूब पोल खोली.
2/7

वहीं जब सलमान खान और अरबाज खान की फिल्म ‘हैलो ब्रदर’ की बात चली तो सलीम खान ने कुछ ऐसा कह दिया, जिसे सुन सलमान, अरबाज और सोहेल के साथ-साथ दर्शक भी ठहाके लगाकर हंसने लगे.
3/7

सलीम खान ने उस फिल्म के बारे में बात करते हुए कहा था कि, वो स्टोरी ही ठीक थी क्योंकि अगर कम पॉपुलैरिटी वाले हीरो को मारा जाता तो कहानी में ज्यादा दम होता.
4/7

सलीम खान ने कहा कि फिल्म के सेकेंड हाफ में सलमान खान की मौत दिखाई जाती है. लेकिन वो लोगों पसंद नहीं आया. इसकी जगह अगर अरबाज खान की मौत होती, तो शायद लोगों का ज्यादा अफसोस नहीं होता.
5/7

अपने पिता सलीम खान की ये बात सुनकर सलमान खान जोर-जोर से हंसने लगते हैं. वहीं सोहेल-अरबाज पहले तो काफी हैरान होते हैं फिर लोट-पोट होकर हंसने लगते हैं.
6/7

इस दौरान सलीम खान ने ये भी बताया था कि तीनों भाईयों में से सलमान खान सबसे ज्यादा शरारती थे. एक बार उन्होंने अरबाज खान को पेंसिल से चोट भी पहुंचा दी थी.
7/7

बता दें कि अरबाज खान ने कुछ वक्त पहले ही शूरा खान संग दूसरा निकाह किया है. दोनों इन दिनों एक-दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर रहे हैं.
Published at : 19 Jul 2024 05:04 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
महाराष्ट्र
क्रिकेट
बॉलीवुड
Advertisement


शंभू भद्रएडिटोरियल इंचार्ज, हरिभूमि, हरियाणा
Opinion