Sushant Singh Last Movie: 'मरने वाले के साथ उम्मीद भी मर जाती है', सुशांत सिंह की आखिरी फिल्म दिल बेचारा के इन Dialogues ने फैंस को खूब रुलाया
सुशांत सिंह राजपूत ना सिर्फ एक शानदार एक्टर बल्कि बेहतरीन इंसान भी थे. अचानक वो इस तरह से दुनिया को अलविदा कह गए कि ना तो फैन्स ही इस बात को पचा पाए ना ही कोई यकीन कर पाया कि एक मजबूत इंसान और अपने दम पर दुनिया में नाम कमाया. दरअसल आज सुशांत सिंह राजपूत की बर्थ एनिवर्सरी है. एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म दिल बेचारा उनकी मौत के कुछ दिनों के बाद ही रिलीज हुई थी. इस फिल्म में कुछ ऐसे डायलॉग्स है जिन्हें देखकर सुशांत के फैन्स ना सिर्फ भावुक हो गए बल्कि आंखों से आंसू बहते दिखे. ऐसे ही सुशांत सिंह के कुछ खास डायलॉग्स आज आपको बताते हैं.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appमैं एक फाइटर हूं और मैं बहुत बढ़िया तरीके से लड़ा
I want to attend my own funeral
हीरो बनने के लिए पॉपुलर नहीं बनना पड़ता , वो रियल लाइफ में भी होते हैं.
मैं बहुत बड़े-बड़े सपने देखता हूं लेकिन उन्हें कभी पूरा करने का मन नहीं करता.
जब कोई मर जाता है , तो उसके साथ जीने की उमीद भी मर जाती है.
जन्म कब लेना है और मरना कब है , ये हम तय नहीं करते पर जीना कैसे है वो हम डिसाइड कर सकते है.
कहते हैं प्यार नींद की तरह होता है , धीरे धीरे आता है और फिर एक दम से आप उसमें खो जाते हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -