एक जिद ने बर्बाद कर दिया 'तुम तो ठहरे परदेसी' फेम अल्ताफ राजा करियर, जानें सच
15 अक्टूबर 1967 को नागपुर में जन्में अल्ताफ राजा के पिता मुस्लिम और मां हिंदू थे. दोनो कव्वाली गाते थे, उसी दौरान प्यार हुआ और उन्होंने शादी कर ली. बाद में अल्ताफ राजा का जन्म हुआ जिसे उनके माता-पिता खूब पढ़ाना-लिखाना चाहते थे.
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View In Appअल्ताफ राजा का मन पढ़ाई में नहीं लगा इसलिए उनके पैरेंट्स उन्हें अपने साथ कव्वाली में कोरस गवाने के लिए साथ रखने लगे. उसी दौरान किसी ने उनकी आवाज पहचानी और कहा कि अपनी आवाज पर काम करो, अच्छे सिंगर बन सकते हो.
अल्ताफ राजा की मां उन्हें संगीत की शिक्षा दिलवाई और अल्ताफ ने काफी संघर्ष किया. उनके पिता के एक दोस्त Vinus कंपनी से जुड़े थे. उन्होंने अल्ताफ की शिफारिश लगाई और उनका सोलो एल्बम निकाला जिसमें 'तुम तो ठहरे परदेसी' भी शामिल था.
वो गाना जब मार्केट में आया तो तहलका मचा गया और उसके बाद अल्ताफ राजा के बैक टू बैक गाने आए जो फेमस हुए. बाद में अल्ताफ के गानों को फिल्मों में लिया जाने लगा और जिस गाने को फिल्म दिखाया जाता उसमें वो भी एक्टिंग करते नजर आए.
बाद में ये ट्रेंड बन गया और मेकर्स ने उनके गाने के साथ उन्हें भी उस गाने में एक्टिंग के लिए साइन करना शुरू किया. अल्ताफ शुरू में तो फिल्मों में नजर आए लेकिन जब वो काफी फेमस हो गए और देश-विदेश कॉन्सर्ट करने लगे तो मेकर्स को फिल्मों में एक्टिंग के लिए मना करने लगे.
अल्ताफ राजा की जिद थी कि वो फिल्मों में सर्फ गाने गाएंगे, क्योंकि उस दौरान उनके एल्बम भी खूब चल रहे थे और वो अपने एल्बम में ही दिखना पसंद करते थे. जबकि फैंस उन्हें फिल्मों के गानों में भी देखना चाहते थे. जब अल्ताफ ने ऐसी जिद पकड़ी तो मेकर्स भी पीछे हट गए.
2000 के बाद से अल्ताफ राजा को गाने मिलने बंद हो गए, उन्होंने जो गाया अपने एल्बम में ही गाया. साल 2010 में फिल्म टूनपुर का सुपरहीरो फिल्म आई जिसमें अल्ताफ का गाना था लेकिन फिर भी उनका सिक्का नहीं चला और वो पूरी तरह से गायब हो गए.
खबर है कि अल्ताफ मुंबई के एक फ्लैट में रहते हैं और एक यूट्यूब चैनल चलाते हैं. अल्ताफ ने आज तक शादी नहीं की और अपने घर में वो अकेले ही रहते हैं क्योंकि पहले पिता और कुछ साल पहले उनकी मां इस दुनिया को अलविदा कह गए.
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