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छावा से पहले इन फिल्मों को लेकर भी हो चुके हैं हिंसक प्रदर्शन, देशभर में हुआ बवाल
Chhaava Violent Protest: विक्की कौशल की फिल्म छावा इन दिनों काफी चर्चा में हैं. फिल्म ने रिकॉर्ड ब्रेक कमाई की है. फिल्म में दिखाया गया कि कैसे औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी महाराज पर अत्याचार किए थे.

लेकिन छत्रपति संभाजी महाराज ने हिम्मत नहीं हारी और औरंगजेब के आगे झुके नहीं. वो अपनी आखिरी सांस तक हिम्मत के साथ लड़ते रहे. फिल्म में औरंगजेब के अत्याचार देखने के बाद लोगों का इस पर काफी असर पड़ा. छावा के बाद औरंगजेब को लेकर बहस शुरू हो गई है. नागपुर में हिंसक प्रदर्शन चल रहा है.
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अब औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद हो रहा है. इसे हटाने की मांग की जा रही है. पूरे महाराष्ट्र में तनाव का माहौल है. हाल ही में नागपुर में भयंकर हिंसा देखने के मिली. नागपुर में कई गाड़ियों में आग लगा दी गई. पथराव किया गया.
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इससे पहले भी कई फिल्मों को लेकर विवाद हो चुका है. संजय लीला भंसाली की फिल्म गोलियों की रासलीला रामलीला को लेकर बहुत विवाद हुआ था. फिल्म के नाम को लेकर विवाद हुआ था. फिल्म को लेकर क्षत्रीय समाज ने विरोध किया था. उनका आरोप था कि क्षत्रीय समाज की छवि सही तरीके से नहीं दिखाई है. दिल्ली में इस फिल्म को लेकर प्रोटेस्ट हुए थे.
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अक्षय कुमार की ओह माय गॉड काफी खबरों में रही थी. इस फिल्म को लेकर भी काफी विवाद हुआ था. फिल्म पर हिंदू भावनाओं को आहत करने का इल्जाम लगा था. फिल्म को लेकर प्रदर्शन हुए थे. पंजाब के कई जिलों में फिल्म को रिलीज भी नहीं होने दिया था. अक्षय कुमार को थप्पड़ मारने की शर्त भी रखी गई थी.
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शाहिद कपूर की फिल्म हैदर 2014 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म को विशाल भारद्वाज ने बनाया था. फिल्म शेक्सपियर के हैमलेट से इंस्पायर थी.
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फिल्म में कश्मीर को जिस तरह से दिखाया गया उसे लेकर काफी विवाद हुआ था. फिल्म को लेकर गलत तरीके से मानव अधिकारों के हनन का मुद्दा उठाया गया था.
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संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को लेकर शूटिंग के समय से विवाद होने लग गया था. फिल्म में दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर लीड रोल में थे. संजय लीला भंसाली को थप्पड़ तक मारा गया था. जयपुर में शूटिंग के दौरान राजपूत करणी सेना ने तोड़फोड़ की थी. फिल्म को लेकर खूब प्रदर्शन हुए थे. घूमर गाने को लेकर भी विवाद हुआ था.
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जॉन अब्राहम की मद्रास कैफे 2013 में रिलीज हुई थी. फिल्म को लेक बैन की मांग की गई थी. फिल्म पर आरोप लगाया गया है कि उसमें लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल इलम की गलत इमेज दिखाई जा रही है. इस फिल्म को लेकर काफी विरोध हुआ था. तमिलनाडु में फिल्म को लेकर बवाल मच गया था. यूनिवर्सिटीज में भी हंगामा हुआ था.
Published at : 18 Mar 2025 06:51 PM (IST)
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