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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
World Mental Health Day 2023: दीपिका पादुकोण से लेकर प्रियंका चोपड़ा तक, जब बॉलीवुड के इन सेलेब्स ने अपनी मेंटल हेल्थ पर की खुलकर बात
मेंटल हेल्थ अवेयनेस की वकालत करने वाली भारतीय हस्तियों में बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण शायद सबसे अहम नाम हैं, दीपिका ने 2015 में न केवल डिप्रेशन से अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बात की थी बल्कि द लिव लव लाफ फाउंडेशन भी शुरू किया था. मेघन मार्कल के पॉडकास्ट में, दीपिका ने यहां तक कहा था कि कैसे लोगों को विश्वास नहीं हुआ कि वह डिप्रेशन से पीड़ित थीं. एक्ट्रेस ने कहा था, “आप जो कुछ भी अच्छा करते हैं, उसमें हमेशा शक रहेगा. ऐसे कई लोग थे जिन्हें लगा कि या तो मैं किसी फिल्म को बढ़ावा देने के लिए ऐसा कर रही हूं या उन्हें लगा कि मुझे एक फार्मास्युटिकल कंपनी द्वारा भुगतान किया जा रहा है, और अब मैं किसी मेडिसन का एड शुरू करने जा रही हूं.
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View In App‘तू झूठी मैं मक्कार’ एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर ने 2018 में अपनी फिल्म स्त्री की सफलता का जश्न मनाते हुए खुलासा किया था कि वे एंग्जाइटी झेल चुकी है चुकी हैं. मीडिया से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि उन्हें पिछले तीन से चार सालों से उन्हें एंग्जाइटी की प्रॉब्लम थी और वह हर दिन पॉजिटिविटी के साथ इसका सामना कर रही थीं. एक्ट्रेस ने एक बार यह भी कहा था कि 2013 में ‘आशिकी 2’ की रिलीज के बाद, उन्हें ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ा जिसका कोई शारीरिक कारण नहीं था. हालांकि बाद में सभी की मदद से वह इससे उबरने में कामयाब रहीं थीं.
गंगूबाई काठियावाड़ी एक्ट्रेस आलिया भट्ट ने भी साल 2019 में खुलासा किया था कि वह माइनर एंग्जाइटी अटैक से जूझ चुकी है. एक्ट्रेस ने कहा था कि यह आता-जाता रहता है. इसलिए वह खुद का बहुत ख्याल रखती हैं
आलिया भट्ट की बहन, शाहीन भट्ट भी क्लिनिकल डिप्रेशन और एंग्जाइटी से अपने संघर्ष के बारे में खुलकर बात करती रही हैं. शाहीन ने मानसिक बीमारी के साथ अपने अनुभव के बारे में एक किताब लिखी है, 'आई हैव नेवर बीन (अन) हैप्पीयर.'
रॉकी और रानी की प्रेम कहानी के डायरेक्टर करण जौहर भी चार-पांच सालों तक डिप्रेशन और एंग्जाइटी से पीड़ित रहने का चौंकाने वाला खुलासा कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि वो उनका सबसे बुरा दौर था लेकिन उन्होंने अब खुद की इस प्रॉब्लम पर काबू पा लिया है और अब वह बहुत मजबूत हो चुके हैं और लोगों की निगेटिव बातों का उन पर कोई असर नहीं पड़ता है.
फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' के दौरान अनुष्का शर्मा ने भी खुलासा किया था कि वह अपनी एंग्जाइटी के लिए मेडिटेशन का सहारा ले रही हैं. उन्होंने कहा था कि इसमें छिपाने जैसी कोई बात नहीं, क्योंकि यह बिल्कुल नॉर्मल चीज है.
संजय दत्त ने बॉलीवुड के अधिकांश एक्टर्स की तुलना में अपनी पर्सनल लाइफ में काफी परेशानियों से संघर्ष किया है. कैंसर के कारण अपनी मां और पत्नी को खोने के बाद, 1993 के मुंबई विस्फोटों में शामिल होने के आरोपों के बाद, उन्होंने खुलासा किया कि कारावास के कारण वह डिप्रेशन में चलेगए थे. खबर तो यहां तक थी कि एक्टर सो भी नहीं पाते थे. लेकिन अभिनेता ने संघर्ष किया और एक रॉकस्टार की तरह उभरे.
मनीषा कोइराला क्लिनिकल डिप्रेशन से पीड़ित थीं, उन्होंने न केवल क्लिनिकल डिप्रेशन से लड़ाई लड़ी बल्कि वह कैंसर से भी उबरीं. एक्ट्रेस ने अपने फेसबुक हैंडल पर यह भी लिखा था, “कितने धीरे-धीरे, मेरी पिछली दोस्ती की परछाइयां एक दूर का सपना बनती जा रही हैं… क्या मेरे पास ऐसे दोस्तों का एक समूह था जिनके साथ जीवन भर के वादे थे? निराश हूं, हां मैं हूं...लेकिन फिर जिंदगी आपको नई आशा, नए दोस्तों से भर देती है...उम्मीद है कि इस बार यह केवल पागलपन, मजेदार समय के बजाय गहरे मूल्यों में निहित होगा!!''
शाहरुख खान 2010 में अपने कंधे की सर्जरी के बाद डिप्रेशन की बीमारी से पीड़ित हो गए थे. हालांकि इससे उबरने के बाद एक्टर ने कहा था, ''कंधे की चोट और तकलीफ के कारण मैं डिप्रेशन की स्थिति में आ गया था लेकिन अब मैं इससे बाहर आ गया हूं. मैं खुश और ऊर्जा से भरपूर महसूस कर रहा हूं.'' किंग खान ने यह भी कहा था, ''मैं अंदर से बहुत स्वस्थ और तरोताजा महसूस करता हूं.
टाइगर श्रॉफ को भी कठिन समय का सामना करना पड़ा जब उनकी 'ए फ्लाइंग जट' बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी. उन्होंने खुलासा किया था कि उस दौरान वह हार्डकोर डिप्रेशन के दौर से गुजरे थे. एक मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में, श्रॉफ ने कहा था, “मैंने बागी (2016) के साथ एक हाई शुरुआत की थी जब इसने 12 करोड़ की ओपनिंग ली और फिर 15 करोड़ की कमाई की तो मैं बहुत खुश था. एक न्यूकमर की दूसरी फिल्म के लिए, यह बहुत अच्छा था और फिर ऊपर बढ़ता गया. लेकिन जब ए फ्लाइंग जट के नंबर आए, तो मैंने सोचा, 'मैंने इतना काम किया, फिर भी उन्हें यह पसंद क्यों नहीं आया?'' हार्ड-कोर डिप्रेशन का एक महीना. जब मैंने मुन्ना माइकल की शूटिंग शुरू की, तब भी मैं उसी मानसिकता में था.
ग्लोबल आइकन प्रियंका चोपड़ा ने भी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करने पर परिवार के किसी सदस्य या दोस्त या यहां तक कि एक थेरेपिस्ट पर भरोसा करने की अहमियत के बारे में बात की थी. उन्होंने रणवीर अल्लाहबादिया के पॉडकास्ट, द रणवीर शो पर कहा था, “मेरी लाइफ में ऐसे फेज आए, खासकर मेरे पिता के निधन के बाद, जब मुझे नहीं पता था कि इससे कैसे निपटना है. मैंने खुद से बात की कि मैं कैसा महसूस कर रही हूं और मैं इससे कैसे उबरूंगी. मैंने खुद से कहा कि मैं खुद को इसे महसूस करने दूंय इसके बारे में दोषी महसूस करने के बजाय ऐसा महसूस करना ठीक है.''
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