एक्सप्लोरर
Kangana Ranaut से लेकर Deepika Padukone तक, पेरेंट्स की मर्जी के खिलाफ जाकर बॉलीवुड में आए थे ये स्टार्स

दीपिका पादुकोण, कंगना रनौत
1/6

बॉलीवुड में हर दिन कई लोग अपनी किस्मत आजमाने के लिए आते हैं, कुछ के सपने पूरे होते हैं तो कई लोग भारी मन से वापस लौट जाते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे ही स्टार्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने पेरेंट्स की मर्जी के खिलाफ जाकर बॉलीवुड में किस्मत आजमाने आए थे. आज यह स्टार्स इंडस्ट्री ही नहीं घर-घर में जाना पहचाना नाम हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही स्टार्स के बारे में …
2/6

दीपिका पादुकोण : मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बचपन में दीपिका पादुकोण पर भी अपने पिता की तरह एक बैडमिनट प्लेयर बनने का प्रेशर था. हालांकि, 16 साल की उम्र में दीपिका ने अपनी मां को दिल की बात बताई कि वो तो एक्ट्रेस बनाना चाहती हैं. जिसके बाद दीपिका के लिए एक्टिंग पहला और बैडमिन्टन दूसरा प्यार हो गया था.
3/6

इरफ़ान खान : दिवंगत एक्टर इरफान खान के पेरेंट्स चाहते थे कि वो फैमिली बिज़नस में हाथ बटाएं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इरफ़ान के घर वाले सिनेमा को अच्छा नहीं मानते थे ऐसे में एक्टर को घरवालों से झूट बोलकर बॉलीवुड में एंट्री लेना पड़ी.
4/6

पंकज त्रिपाठी : एक्टर पंकज त्रिपाठी बिहार के छोटे से गांव से आते हैं. पंकज के अनुसार, उनके पिता चाहते थे कि वो बड़े होकर डॉक्टर बनें, एक्टर बताते हैं कि उनके गांव में लोग आज भी दो ही प्रोफेशन के बारे में जानते हैं इंजीनियर और डॉक्टर. आपको बात दें कि पंकज का नाम आज इंडस्ट्री के चोटी के स्टार्स में शुमार है.
5/6

मल्लिका शेरावत : मल्लिका शेरावत ने तो फिल्मों में आने के लिए अपने घर वालों से ही विद्रोह कर लिया था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मल्लिका के पिता ने तो यहां तक कह दिया था कि मैं तुम्हें डिसओन करता हूं. जिसके जवाब में एक्ट्रेस ने अपना असल नाम रीमा लांबा तक छोड़ दिया था और नए नाम मल्लिका शेरावत से इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई.
6/6

कंगना रनौत : ख़बरों की मानें तो कंगना के पिता चाहते थे कि वो दुनिया की बेस्ट डॉक्टर बनें लेकिन कंगना तो एक्ट्रेस बनना चाहती थीं. इस बात पर 15 साल की उम्र में झगड़कर कंगना ने अपने सपने को पूरा करने के लिए घर छोड़ दिया था.
Published at : 18 Sep 2021 04:22 AM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
छत्तीसगढ़
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement


अरुण पांडेराजनीतिक विश्लेषक
Opinion