Pran Famous Dialogue: यहां शेर खान को कौन नहीं जानता?, आज भी सुपरहिट हैं Pran के ये Dialogues
बॉलीवुड के लेजेंड्री एक्टर आज जन्मदिन है. उनका जन्म 12 फरवरी 1920 को हुआ पुरानी दिल्ली के बल्लीमरान में हुआ. उनका पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद था. उन्हे प्यार से लोग प्राण कहते हैं. उन्होंने हिंदी सिनेमा में ज्यादातर विलेन का किरदार निभाया. हालांकि 1940 से लेकर 1947 तक उन्होंने हीरो के किरदार निभाए. इसके बाद वह विलेन और सपोर्टिंग किरदार में दिखाई दिए.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appहमारी जेल से संगीन से संगीन कैदी जो बाहर गया है उसने तुम्हारे उस दरबार में दुआ मांगी है तो यही दुआ मांगी है के अगर दोबारा जेल जाए तो रघुबीर सिंह की जेल में ना जाए. -कालिया
प्राण फिल्मों में जिस भी किरदार में रहे हो, उन्होंने अपने डायलॉग्स से फिल्म में जान डाल दी. यहां हम आपको उनके कुछ चुनिंदा डायलॉग्स के बता रहे हैं, जो आज भी लोगों की जुबां पर चढ़े हुए हैं.
शेर खान आज का काम कल पर नहीं छोड़ता, अभी से सब कुछ बंद. -जंजीर
शेर खान शेर का शिकार नहीं करता, वैसे भी हमारे मुल्क में या तो शेर बहुत कम रह गए हैं, हमने सुना है कि हुकूमत ने भी शेर मारने की ममानियत कर दी है. -जंजीर
जेल के सीन में प्राण जेलर और अमिताभ बच्चन कैदी की भूमिका में होते हैं. प्राण कहते हैं, “कैदी नंबर 602”. अमिताभ कहते हैं, “हाज़िर है.” तभी प्राण कहते हैं, “सर झुका कर बात करो” जिसके जवाब अमिताभ एंग्री यंग मैन के अंदाज में जवाब देते हैं, “ये सर किसी इंसान के सामने नहीं झुक सकता जेलर साब. झुकेगा तो उसकी चौखट पे या उसके दरबार में झुकेगा.” बिग बी के इस जवाब पर प्राण कहते हैं, “बहुत खूब, मैं ऐसे ही सरों की कदर करता हूं.” - कालिया
शायद तू ये भूल गया के इस ज़मीन पर फतेह खां अकेला पैदा नहीं हुआ है. उसके साथ उसकी बला कि जिद भी पैदा हुई है. कहीं मेरी जिद किसी जिद पर आ गई, तो अपनी बेटी के रास्तों में पड़े हुए बेशुमार कांटो को तो मैं अपने दामन में समेट लूंगा, लेकिन तेरे रास्ते दहकते हुए अंगारों से भर दूंगा.
अगर तुमने मुझपर गोली चलाई तो तुमसे ज्यादा पागल और कोई नहीं होगा, इसलिए कि सिर्फ मैं जानता हूं कि तुम बेगुनाह हो. - मजबूर
प्राण ने 350 से अधिक फिल्मों में उन्होनें खलनायक का रोल निभाया.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -