Karishma Tanna से लेकर Sudhanshu Pandey तक इन सेलेब्स को करियर के शुरुआती दौर में बेलने पड़े पापड़, कोई नहीं देता था काम
प्रणाली राठौर को अपने करियर के शुरुआती दौर में करीब एक साल तक ऑडिशन देना पड़ा, इस दौरान उन्हें कोई काम नहीं देता था. हालांकि बाद में प्रणाली की मेहनत रंग लाई.
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View In Appइंडस्ट्री में अपना नाम बनाने के लिए सुधांशु पांडे ने काफी मेहनत की है. बहुत मेहनत के बाद भी सुधांशु को बॉलीवुड फिल्मों में कुछ खास रोल नहीं मिला. अब वो वनराज बन सबके दिलों पर राज कर रहे हैं.
शिवांगी जोशी ने अपने स्ट्रगल के दिनों में बात करते हुए कहा था कि कई लोग सेट पर उनका मजाक उड़ाते थे. वो एक दिन में चार ऑडिशन दिया करती थीं. उनके पास 6 महीने तक काम नहीं था, बहुत मेहनत के बाद उन्हें पहला शो मिला.
करियर के शुरुआती दौर में करिश्मा तन्ना को उनकी लंबाई की वजह से नौकरी नहीं मिला करती थी. काफी स्ट्रगल करने के बाद करिश्मा को पहला शो मिला था.
मंदार चंद्रवरकर एक्टिंग में करियर बनाने के लिए विदेशी नौकरी छोड़कर मुंबई आए थे. 8 साल तक स्ट्रगल करने के बाद मंदार को तारक मेहता का उल्टा चश्मा मिला, जिसने उनकी किस्मत बदल दी.
मोहसिन खान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने 10 साल लगा दिए अपने करियर को संवारने के लिए. एक्टर ने कहा हालांकि उन्होंने जो कुछ चाहा था वो सब मिल गया.
हर्षद चोपड़ा ने मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत की थी. एक्टिंग में करियर बनाने के लिए हर्षद को काफी पापड़ बेलना पड़ा है.
हिना खान के पैरेंट्स नहीं चाहते थे कि वो एक्ट्रेस बनें. एक्टिंग में करियर बनाने के लिए हिना ने अपने पैरेंट्स से बगावत कर ली. वैसे हिना को अपने डेब्यू शो के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी.
करियर के शुरुआती दौर में दिलीप जोशी ने फिल्मों में छोटे-छोटे रोल लिए. एक दौर ऐसा भी था जब दिलीप जोशी 40 रुपए कमाया करते थे. काफी स्ट्रगल करने के बाद उन्हें तारक मेहता का उल्टा चश्मा मिला.
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