एक्सप्लोरर
40 की उम्र पार करने के बाद चमकी इन कलाकारों की किस्मत, जानिए कौन - कौन हैं इस लिस्ट में शामिल

1/7

सीमा पाहवा - बरेली की बर्फी हो या दम लगा के हईशा. दोनों ही फिल्मों में सीमा पाहवा ने अपनी दमदार एक्टिंग का लोहा मनवाया है. भले ही सीमा इंडस्ट्री से काफी समय से थीं लेकिन बीते कुछ सालों में उन्होंने काम की ऐसी छाप छोड़ी कि इन फिल्मों को उनके बिना सोचा भी नहीं जा सकता. फिलहाल वो 50 साल से भी ज्यादा की हो चुकी हैं.
2/7

किरण खेर - यूं तो किरण खेर काफी समय से ही बॉलीवुड में सक्रिय थीं. लेकिन लोगों के बीच उन्होंने पैठ बनाई देवदास फिल्म से. जिसमें उन्होंने पारो बनीं ऐश्वर्या राय की मां का रोल अदा किया था. हालांकि इसके बाद वो ज्यादातर फिल्मों में मां का रोल ही निभाती रही हैं लेकिन अब वो किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं.
3/7

पंकज त्रिपाठी - ऐसा कौन है जो आज इन्हें न जानता हो. भले ही कालीन भईया के नाम से ही सही लेकिन पंकज त्रिपाठी आज कामयाबी के शिखर पर हैं. फुकरे फिल्म के पंडित जी ने मिर्जापुर में ऐसा काम किया कि लोग उनके दीवाने हो गए और पंकज त्रिपाठी को भी ये कामयाबी 40 का आंकड़ा पार कर लेने के बाद ही मिली है.
4/7

जयदीप अहलावत - विद्युत जामवाल की कमांडो फिल्म का ख़तरनाक विलेन तो आपको याद ही होगा. उस रोल को जयदीप अहलावत ने ही निभाया था लेकिन उन्हें वो कामयाबी नहीं मिली थी जिसके वो हकदार थे. बीते साल उनकी पाताललोक क्या रिलीज़ हुई मानो उनकी चांदी हो गई. पाताललोक में अगर किसी की दमदार एक्टिंग के चर्चे हुए तो वो थे जयदीप. और उस वक्त वो 41 साल के हो चुके थे.
5/7

प्रकाश राज - यूं तो प्रकाश राज कोई आज के एक्टर नहीं हैं बल्कि साउथ सिनेमा में वो सालों से धूम मचा रहे हैं लेकिन उन्हें पूरे देश में पहचान दिलाई सिंघम ने. जिसमें उन्होंने विलेन का रोल अदा किया था.
6/7

गजराज राव - बधाई हो के इस किरदार को भला कैसे भुलाया जा सकता है. गजराज राव ने जब ये फिल्म की उस वक्त वो 47 साल के थे. इससे पहले भी वो कई फिल्मों में नज़र आ चुके हैं लेकिन शायद ही किसी ने इनके काम को नोटिस किया हो. हालांकि बधाई हो से इनकी गाड़ी जो पटरी पर दौड़ी वो दौड़ती ही जा रही है.
7/7

बोमन ईरानी - मुन्ना भाई एमबीबीएस में पहली बार बोमन ईरानी को देखा गया था उस वक्त उनकी उम्र लगभग 45 साल थी लेकिन इस फिल्म में डॉक्टर अस्थाना का रोल निभाकर बोमन को कभी करियर में पलटकर देखने की जरुरत नहीं पड़ी. उन्होंने हर एक फिल्म में कुछ खास किरदार निभाकर अपनी एक अलग छाप छोड़ी है.
Published at :
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
इंडिया
महाराष्ट्र
दिल्ली NCR
Advertisement


रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार
Opinion