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(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
TV Celebs Disease: एरिका फर्नांडिस से लेकर Sumona Chakravarti तक... जब टीवी के इन सेलेब्स ने अपनी बीमारी पर की खुलकर बात
'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी' फेम एरिका ने हाल ही में खुलासा किया था कि वे जब स्कूल में थीं तो वे डिस्लेक्सिक थीं. उन्होंने बताया था कि वह कभी भी पढ़ाई करने वाली बच्ची नहीं थीं. उन्होंने ईटाइम्स टीवी से कहा, ''मैं डिस्लेक्सिक हूं. बोर्ड पर जो कुछ शब्द लिखे जाते थे वे मेरी आंखों के आगे नाचते हुए नजर आते थे. यह अभी भी है कभी-कभी, जब मैं शब्दों को देखती हूं, तो मुझे लगता है कि इसका उच्चारण सही होगा, लेकिन मैं सोचती रहती हूं कि यह सही नहीं लगता. इसमें कुछ गड़बड़ है. मैं एक वर्चुल लर्नर हूं. मैं बहुत ऑब्जर्व करती हूं. यही कारण है कि मैं ज्यादा नहीं पढ़ती लेकिन मैं कुछ सुन और देख सकता हूं और सीख सकती हूं.। मेरा पढ़ाई में ज्यादा मन नहीं था. मैं एग्जाम से 1-2 दिन पहले बैठती था और तभी पढ़ाई करती था. मैं एक एवरेज स्टूडेंट थी और स्कूल में मेरी रैंक 10वीं होती थी.”
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View In App‘द कपिल शर्मा’ शो की सुमोना चक्रवर्ती ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि वह 2011 से एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित हैं. इससे पहले 2021 में एक्ट्रेस ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में इस बारे में डिटेल में बात की थी. उन्होंने लिखा था कुछ ऐसा जो मैंने पहले कभी शेयर नहीं किया. मैं 2011 से एंडोमेट्रियोसिस से जूझ रही हूं. अब कई सालों से स्टेज IV में हूं. खान-पान की अच्छी आदत, एक्सरसाइज और सबसे जरूरी बात ये है कि कोई तनाव न होना मेरी हेल्थ का राज है.
शमा सिकंदर अपने बायपोलर डिसऑर्डर और उदासी के बारे में खुलकर बात करती रही हैं. वह कहती हैं कि उनके पास यह बताने के लिए शब्द नहीं हैं कि हर पल उनके लिए कितना मुश्किल था. शमा ने आईएएनएस से कहा था, “वह किसी के लिए भी अब तक का सबसे बुरा समय हो सकता है. यह आपके लाइफ के लगभग हर पल और मिनट में एक महामारी के साथ जागने जैसा है. आप नहीं जानते कि क्या होने वाला है, आप बहुत अनिश्चित हैं. उस समय आपकी कोई इच्छा भी नहीं होती.”
शमा आगे कहती हैं, “ सबसे दुख की बात यह है कि आपको कोई उम्मीद नहीं है. डिप्रेशन या बायपोलर डिसऑर्डर मानसिक स्थितियां हैं जहाँ आप आशा और इच्छाएं खो देते हैं और यह किसी भी इंसान के लिए सबसे अंधकारमय स्थान है. मुझे नहीं लगता कि इससे ज्यादा दुखद कुछ भी हो सकता है. यह इससे भी बदतर स्थिति है जिससे एक इंसान गुजर सकता है और अगर आप इससे बचे रहते हैं तो आप किसी भी चीज, किसी भी महामारी से बच सकते हैं. मैं पांच साल तक हर दिन यह सोचते हुए मरती रही कि मैं मरने जा रहा हूं और मुझे मर जाना चाहिए, और शायद मेरे पास आगे देखने के लिए कुछ भी नहीं है. इसलिए, मैं उन लोगों को बताना चाहती हूं जो असुरक्षित और असहाय महसूस कर सकते हैं कि आपको रोशनी मिलेगी. तुम्हें बस वहीं डटे रहना है.”
‘लॉक अप’ शो का हिस्सा रहीं पायल रोहतगी ने खुलासा किया था कि उन्हें बाइपोलर डिसऑर्डर है.शो के दौरान जीशान खान ने आजमा फल्लाह पर चर्चा करते हुए बाइपोलर डिसऑर्डर का मजाक उड़ाया था. निशा रावल, को भी यही बीमारी है. वे जीशान के कमेंट से भड़क गईं थीं. बाद में जीशान ने माफी मांगी. वहीं निशा परेशान हो गई और पायल ने उसे तसल्ली दी थी.
पायल ने निशा को बताया था कि उन्हें भी बाइपोलर डिसऑर्डर है. पायल ने कहा था, “निशा, क्या तुम्हें पता है कि मुझे भी बाइपोलर डिसऑर्डर का पता चला था. मैं जानती हूं कि आप अभी क्या महसूस कर रही हैं या किस दौर से गुजर रही हैं.''
बिग बॉस 14 फेम अभिनव ने बीटी के साथ एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि वह बॉर्डरलाइन डिस्लेक्सिक हैं. अभिनव ने डिस्लेक्सिया के कारण होने वाली परेशानियों के बारे में खुलकर बात की थी. उन्होंने बीटी को बताया, “मैंने अपने पिता का नाम डैड 24 जुलाई के रूप में सेव कर लिया है क्योंकि मुझे उनका जन्मदिन याद नहीं है. आज भी मैं अंग्रेजी के शब्दों जैसे डू-डोज़, वेदर-व्हीदर आदि से कंफ्यूज हो जाता हूं. बहुत लंबे समय तक, मुझे लगा कि ये नॉर्मल है. लोग मुझसे कहते थे कि मैं छोटी-छोटी बातें भी क्यों भूल जाता हूं. इसलिए डिस्लेक्सिया के बारे में अपनी रिसर्च करते समय, मुझे पता चला कि डिसऑर्डर के बॉर्डर लाइन सिम्पट्म्स मुझमें बहुत ज्यादा थे. मैं मेडिकल डायग्नोज के लिए नहीं गया, बल्कि मैं खुद से सेल्फ डायग्नोज कर सकता था.”
देबिना बनर्जी ने खुलासा किया था कि उन्हें एंडोमेट्रियोसिस है. देबिना ने अपने एक व्लॉग में बताया था कि उन्हें अपनी मेडिकल सिचुएशन की वजह से कंसीव करने में दिक्कत हो रही थी. देबिना ने कहा था, “मुझे क्या प्रॉब्लम है ये जानने के लिए मैंने डॉक्टरों, सामान्य स्त्री रोग विशेषज्ञों और आईवीएफ एक्सपर्ट से मुलाकात की थी. मुझे एंडोमेट्रियोसिस था. उसके इलाज के लिए, जो भी पॉसिबल ट्रीटमेंट अवेलेबल थे वे सब मैंने कियाय मैंने एक्यूपंक्चर किया - यह एक थेरेपी है जहां वे आपके शरीर से सभी टॉक्सिन को निकाल देंगे. “
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