बच्चा ना होने से हैं परेशान, तो ये उपाय करेंगे आपकी मदद
कैफीन और अल्कोहल के सेवन से बचें- कैफीन के सेवन को घटाना और अल्कोहल से दूरी बनाना भी गर्भधारण के अवसरों को बढ़ा सकता है. हालांकि थोड़ी मात्रा में चाय या कॉफी का सेवन सुरक्षित है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा लेने से बचना चाहिए. दूसरी तरफ अल्कोहल हर तरह से बुरा असर डाल सकता है और इसकी वजह से अनियमित मासिक और ओवेल्यूशन में कमी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.फोटोः गूगल फ्री इमेज
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View In Appस्ट्रेस से रहें दूर- स्ट्रेस और एंग्जायटी दोनों ही फर्टिलिटी हार्मोन्स की रिलीज को घटाते हैं और ओवेल्यूशन की प्रक्रिया में बाधा डाल सकते हैं. तो तनाव महसूस होने पर मेडिटेशन या योग के द्वारा खुद को नियंत्रित करने का प्रयास अवश्य करें. अपनी भावनाओं को अपने जीवनसाथी, दोस्तों या परिवार संग साझा करें, इससे मन हल्का होता है. फोटोः गूगल फ्री इमेज
फर्टिलिटी मॉनिटर का उपयोग करें- महिलाओं के प्रत्येक प्राकृतिक चक्र के दौरान केवल कुछ ही दिन ऐसे होते हैं, जब गर्भधारण की संभावना होती है. प्रत्येक दंपति के लिए यह आवश्यक है कि वे स्वयं को अपने गर्भधारण के सबसे अधिक संभावना वाले दिनों को लेकर सजग करें, क्योंकि प्रत्येक महिला का चक्र अलग होता है जो कि उनमें हार्मोन्स के स्तर के हिसाब से नियंत्रित होता है इसलिए फर्टिलिटी मॉनिटर का प्रयोग करने से बहुत बड़ी मदद मिल सकती है. ये मॉनिटर आपकी साइकिल के कम से कम 6 सबसे अधिक गर्भधारण की संभावना वाले दिनों की पहचान कर सकते हैं. इनिटो, डेजी जैसे ब्रांड्स के फर्टिलिटी मॉनिटर आजकल बहुत लोकप्रिय हैं. फोटोः इंस्टाग्राम
फिट और एक्टिव रहें- इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपना अधिकांश समय जिम में बिताएं. लेकिन अपनी दिनचर्या में एक सामान्य एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी को शामिल करें. इससे हार्मोन संतुलन, ब्लड सर्कुलेशन को बनाए रखने और गर्भधारण के अवसरों को बढ़ाने में मदद मिलती है. आपके लिए ब्रिस्क वॉक, लाइट जॉगिंग, साइकिलिंग और स्वीमिंग जैसी एक्टिविटीज बेहतर साबित होगी. फोटोः इंस्टाग्राम
हेल्दी डायट- कई कपल इस बात पर ध्यान नहीं देते, जबकि डायट और रिप्रोडक्शन दोनों एक-दूसरे से गहराई से जुड़े हुए हैं. इसके लिए बैलेंस्ड और न्यू्ट्रिशन से भरपूर का सेवन करें, जिसमें विटामिन और आयरन से भरपूर सब्जियां पालक, ब्रोकली, साबुत अनाज, साबुत गेहूं, ब्राउन राइस, बाजरा, पनीर, अंडा, मछली, सोयाबीन जैसे प्रोटीन वाले पदार्थ शामिल हों, प्रोसेस्ड फूड, मैदा और शक्कर से दूरी बनाकर रखें. फोटोः इंस्टाग्राम
हालांकि फर्टिलिटी से जुड़ी कुछ समस्याओं के मामले में अलग-अलग विकल्प हैं लेकिन कुछ महत्वपूर्ण कदम ऐसे हैं, जिन्हें उठाकर नई जिंदगी की शुरुआत की जा सकती है. नारायणा हेल्थकेयर्स वीमंस एंड चाइल्ड इंस्टीट्यूट की गायनोक्लोजिस्ट डॉ. लावण्या किरण और डॉ. अनिल प्रकाश ने कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं जो गर्भधारण को आसान बना सकते हैं. फोटोः इंस्टाग्राम
किसी भी जोड़े के लिए बच्चे के लिए प्लानिंग करना बहुत महत्वपूर्ण कदम है. चूंकि भारत में आज हर छह में से एक जोड़े को फर्टिलिटी संबंधी समस्या का सामना कर रहा है, ऐसे में कई जोड़ों के लिए बच्चे को दुनिया में लाने की यह प्रक्रिया कठिनाई भरी और तनावपूर्ण हो जाती है.फोटोः इंस्टाग्राम
ये एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.फोटोः गूगल फ्री इमेज
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