एक ऐसा आइलैंड जहां जो गया वो जिंदा नहीं लौटा? वजह जान रह जाएंगे हैरान
पोवेग्लिया द्वीप का इतिहास बेहद दर्दनाक रहा है. 14वीं शताब्दी में जब प्लेग की महामारी फैली थी तो इस द्वीप को प्लेग से पीड़ित लोगों को अलग करने के लिए इस्तेमाल किया गया था. लाखों लोगों को यहां लाकर जिंदा जला दिया गया था. इसीलिए इस द्वीप को प्लेग द्वीप भी कहा जाता है.
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View In Appप्लेग महामारी के बाद इस द्वीप को कई सालों तक खाली छोड़ दिया गया था. 19वीं शताब्दी में यहां एक मानसिक अस्पताल बनाया गया था. कहा जाता है कि इस अस्पताल में मरीजों के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जाता था. उन्हें यातनाएं दी जाती थीं और कई बार तो उन्हें जिंदा ही दफन कर दिया जाता था.
कहा जाता है कि इस द्वीप पर प्लेग से मरे हुए लोगों और मानसिक अस्पताल में मारे गए लोगों की आत्माएं भटकती रहती हैं. इस द्वीप पर जाने वाले लोगों ने अजीब-अजीब घटनाओं के बारे में बताया है. जैसे कि अचानक से तापमान में बदलाव आना, आवाजें सुनाई देना और अंधेरे में कोई दिखाई देना.
कहा जाता है कि इस द्वीप पर जाने वाले कई लोग बीमार पड़ जाते हैं या फिर उनकी अचानक मौत हो जाती है. इस द्वीप से जुड़ी डरावनी कहानियों ने लोगों के मन में डर पैदा कर दिया है.
इस द्वीप पर पेरिस की सरकार ने किसी के भी जाने पर रोक लगा दी है. यदि कोई इस द्वीप पर जाकर आता भी था तो वो बीमार हो जाता था या किसी न किसी वजह से अचानक उसकी मौत हो जाती थी.
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