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दिमाग की बत्ती जल गई तो कितना उजाला होगा? यहां जानें पूरा साइंस
इसके पीछे की कहानी जान दिमाग की बत्ती जल जाएगी. यह लाइन कई बार आस-पास सुनने को मिल जाता है. क्या आपको पता है कि दिमाग इलेक्ट्रिसिटी पैदा करता है. और उससे बल्ब जलाया जा सकता है.
![इसके पीछे की कहानी जान दिमाग की बत्ती जल जाएगी. यह लाइन कई बार आस-पास सुनने को मिल जाता है. क्या आपको पता है कि दिमाग इलेक्ट्रिसिटी पैदा करता है. और उससे बल्ब जलाया जा सकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/14/c997dec6298a21f63fed21ce553e6b131697270401916853_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
दिमाग की बत्ती जल गई तो कितना उजाला होगा?
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![इंसानी दिमाग 10 से 23 वाट के बराबर ऊर्जा पैदा करता है. इतनी ऊर्जा से छोटा बल्ब जलाया जा सकता है. दिमाग में इतनी ऊर्जा खासकर तभी पैदा होती है जब व्यक्ति जाग रहा होता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/14/d36b6ecd37565d6a10222786bfefb837f6cb4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इंसानी दिमाग 10 से 23 वाट के बराबर ऊर्जा पैदा करता है. इतनी ऊर्जा से छोटा बल्ब जलाया जा सकता है. दिमाग में इतनी ऊर्जा खासकर तभी पैदा होती है जब व्यक्ति जाग रहा होता है.
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![हमारा दिमाग अपने सोचने और विचार करने की क्षमता की वजह से ही तमाम पहेलियां सुलझा पाया है. इंसानी दिमाग में एक दिन में 50 से 70 हजार तक विचार पैदा हो सकते हैं. आपने कभी गौर किया हो तो अक्सर किसी को उबासी लेते देखकर हमें भी उबासी आ जाया करती है. इसका एक कारण दिमाग में पाई जाने वाली नकलची कोशिकाएं हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/14/f143ed40281cfe7ce4bdb5e30ce414fce49e4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
हमारा दिमाग अपने सोचने और विचार करने की क्षमता की वजह से ही तमाम पहेलियां सुलझा पाया है. इंसानी दिमाग में एक दिन में 50 से 70 हजार तक विचार पैदा हो सकते हैं. आपने कभी गौर किया हो तो अक्सर किसी को उबासी लेते देखकर हमें भी उबासी आ जाया करती है. इसका एक कारण दिमाग में पाई जाने वाली नकलची कोशिकाएं हैं.
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![ये कोशिकाएं लोगों के साथ संवाद और रिश्ते स्थापित करने में भूमिका निभाती हैं. इसके अलावा उबासी आने का दूसरा मुख्य कारण है सांस लेने की गति का धीमा होना. जिसकी वजह से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है. ऐसे में ऑक्सीजन की ज्यादा मात्रा में आपूर्ति करने और शरीर से अतिरिक्त कार्बन-डाई-ऑक्साइड गैस को बाहर निकालने के लिए हमें जोर से उबासी आती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/14/94fbe521e8104614aeb1224103f6abdec7087.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
ये कोशिकाएं लोगों के साथ संवाद और रिश्ते स्थापित करने में भूमिका निभाती हैं. इसके अलावा उबासी आने का दूसरा मुख्य कारण है सांस लेने की गति का धीमा होना. जिसकी वजह से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है. ऐसे में ऑक्सीजन की ज्यादा मात्रा में आपूर्ति करने और शरीर से अतिरिक्त कार्बन-डाई-ऑक्साइड गैस को बाहर निकालने के लिए हमें जोर से उबासी आती है.
Published at : 14 Oct 2023 01:51 PM (IST)
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