कॉफी पीने के लिए नहीं, बल्कि हाथ धोने के लिए इस्तेमाल की जाती थी
अब तक आपने कॉफी के कई फायदों के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप कभी सोच सकते हैं कि इसका इस्तेमाल हाथ धुलने के लिए भी हो सकता है.
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View In Appआपको बता दें, इतिहास में कॉफी के साथ ऐसा ही होता था. शुरुआती दिनों में काफी से हाथ धुला जाता था. ये बात एक रिसर्च में सामने आई है.
दरअसल, जीनत फ्रीगुलिया ने अपनी किताब ए रिच एंड टैंटलाइजिंग ब्रू: ए हिस्ट्री ऑफ हाउ कॉफी कनेक्टेड द वर्ल्ड में लिखा कि कॉफी का इस्तेमाल हाथ धोने के लिए किया जाता था.
इसके अनुसार, इस पेय पदार्थ का इस्तेमाल 10वीं शताब्दी में सिर्फ हाथ धोने के लिए ही नहीं, बल्कि चिकित्सा के लिए भी होता था. इसके अलावा इसका इस्तेमाल पसीने की गंध हटाने के लिए भी होता था.
त्वचा को साफ करने और उसे निखारने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, त्वचा के लिए आज भी कॉफी का इस्तेमाल होता है. मार्केट में कॉफी फ्लेवर के कई क्रीम, फेसवाश और लोशन मौजूद हैं.
वहीं कॉफी को पेय के रूप में 15वीं शताब्दी में इस्तेमाल किया जाने लगा. इस समय कॉफी दो तरह से पी जाती थी.पहला तरीका था कहवा बन्निया के रूप में. इसमें कॉफी बीन्स को बनाने से पहले भूना जाता था और दूसरा तरीका था कहवा किशरिया के रूप में. इसमें हस्क बेरी को हल्का-हल्का भूना जाता था और फिर इस्तेमाल किया जाता है.
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