धरती ही नहीं बल्कि इस ग्रह पर भी आते हैं आते रहते हैं भूकंप, जानिए कितना है अलग
मंगल पर भूकंप को वैज्ञानिक भाषा में 'मार्सक्वेक' कहा जाता है. धरती पर आने वाले भूकंपों की तरह ही, मार्सक्वेक भी ग्रह की पपड़ी में होने वाली हलचल के कारण होते हैं. हालांकि, धरती और मंगल के भूकंपों में कई अंतर हैं.
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View In Appगौरतलब है कि धरती पर भूकंप टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से होते हैं, जबकि मंगल पर भूकंप ग्रह के ठंडे होने और सिकुड़ने के कारण होते हैं. वहीं मंगल पर भूकंप धरती के भूकंपों की तुलना में कम तीव्र होते हैं.
इस तथ्य की पुष्टि NASA की रिपोर्ट भी करती है, जिसमें कहा गया है कि मंगल ग्रह पर लगातार भूकंप आते रहते हैं. बता दें इसका पता लगाने के लिए नासा ने मंगल ग्रह पर एक सीस्मिक वेव्स लैंडर भेजा था. उससे मिले डाटा में इस बात की पुष्टि हुई.
इसमें सामने आया था की मंगल की मिट्टी में सल्फर और ऑक्सीजन भी हैं, लेकिन लगातार भूकंपीय तरंगों के चलते वहां जीवन की संभावना नहीं के बराबर है.
इसी डाटा में ये भी खुलासा किया गया था कि मंगल 4.6 अरब साल पहले बना था और धरती से ये बहुत अलग है. यहां की मिट्टी भी धरती की तुलना में बहुत अलग है जो इस ग्रह पर भूकंप पैदा करने का एक कारण भी है.
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