एक्सप्लोरर

मोती की खेती कैसे होती, जानिए इससे जुड़ी सारी जानकारी

आज के युग में किसान अपनी पारंपरिक खेती के अलावा भी अधिक आय देने वाली फसलों का चुनाव कर रहे हैं. इसमें मोती किसानों के लिए अच्छा विकल्प बन कर उभरा है. इसका उत्पादन कर किसान लाखों में लाभ कमा रहे हैं.

आज के युग में किसान अपनी पारंपरिक खेती के अलावा भी अधिक आय देने वाली फसलों का चुनाव कर रहे हैं. इसमें मोती किसानों के लिए अच्छा विकल्प बन कर उभरा है. इसका उत्पादन कर किसान लाखों में लाभ कमा रहे हैं.

सीप

1/7
आज के युग में किसान अपनी पारंपरिक खेती के अलावा भी अधिक आय देने वाली फसलों का चुनाव कर रहे हैं. इसमें मोती किसानों के लिए अच्छा विकल्प बन कर उभरा है. इसका उत्पादन कर किसान लाखों में लाभ कमा रहे हैं.
आज के युग में किसान अपनी पारंपरिक खेती के अलावा भी अधिक आय देने वाली फसलों का चुनाव कर रहे हैं. इसमें मोती किसानों के लिए अच्छा विकल्प बन कर उभरा है. इसका उत्पादन कर किसान लाखों में लाभ कमा रहे हैं.
2/7
मोती एक प्राकृतिक रत्न है, जो शिप से पैदा होता है. बाहरी कणों के शिप के अंदर प्रवेश करने से मोती का निर्माण होता है.
मोती एक प्राकृतिक रत्न है, जो शिप से पैदा होता है. बाहरी कणों के शिप के अंदर प्रवेश करने से मोती का निर्माण होता है.
3/7
बता दें कि मोती को तैयार होने में लगभग 14 माह का समय लग जाता है. मोती की गुणवत्ता के अनुसार उसकी कीमत तय होती है. एक सामान्य मोती का दाम 300 से 1500 रुपए तक होता है. वहीं डिजायनर मोती के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 हजार रुपए तक का दाम मिल सकता है.
बता दें कि मोती को तैयार होने में लगभग 14 माह का समय लग जाता है. मोती की गुणवत्ता के अनुसार उसकी कीमत तय होती है. एक सामान्य मोती का दाम 300 से 1500 रुपए तक होता है. वहीं डिजायनर मोती के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 हजार रुपए तक का दाम मिल सकता है.
4/7
मोती की मांग घरेलू बाजारे के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में हमेशा बनी रहती है. वैज्ञानिक विधि से और प्रशिक्षण लेकर अगर मोती की खेती करते हैं तो अच्छी गुणवत्ता वाली मोती की खेती की जा सकती है. इसे बाजारों में बेचकर किसान काफी मुनाफा कमा सकते हैं.
मोती की मांग घरेलू बाजारे के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में हमेशा बनी रहती है. वैज्ञानिक विधि से और प्रशिक्षण लेकर अगर मोती की खेती करते हैं तो अच्छी गुणवत्ता वाली मोती की खेती की जा सकती है. इसे बाजारों में बेचकर किसान काफी मुनाफा कमा सकते हैं.
5/7
मोती की खेती के लिए सबसे अनुकूल समय अक्टूबर से दिसंबर तक का होता है. लेकिन इसकी खेती के लिए भूमि की जगह तालाब की जरूरत पड़ती है. तालाब में शिप के माध्यम से मोती की खेती की जाती है.
मोती की खेती के लिए सबसे अनुकूल समय अक्टूबर से दिसंबर तक का होता है. लेकिन इसकी खेती के लिए भूमि की जगह तालाब की जरूरत पड़ती है. तालाब में शिप के माध्यम से मोती की खेती की जाती है.
6/7
मोती की खेती के लिए बहुत ज्यादा पैसों की आवश्यकता नहीं हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक सिर्फ 25 हजार के निवेश से किसान 3 लाख तक का मुनाफा कमा सकते हैं.
मोती की खेती के लिए बहुत ज्यादा पैसों की आवश्यकता नहीं हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक सिर्फ 25 हजार के निवेश से किसान 3 लाख तक का मुनाफा कमा सकते हैं.
7/7
किसान सीप के सहारे मोती उत्पादन कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें एक तालाब या टैंक का चुनाव करना होगा. इसके बाद सबसे पहले सीपों को घर पर ही बनाए गए छोटे तालाब में वातावरण के अनुकुल ढालने के लिए 10 दिन तक छोड़ना होगा. फिर सर्जरी करके उनमें न्यूक्लीयस डालकर तीन दिन एंटीबॉडी में रखा जाता है. जिसके बाद सभी सीपों को 12-13 माह तक तालाब में छोड़ दिया जाता है. बता दें कि सीप से मोती निकालने के काम में तीन गुना तक का मुनाफा हो जाता है.
किसान सीप के सहारे मोती उत्पादन कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें एक तालाब या टैंक का चुनाव करना होगा. इसके बाद सबसे पहले सीपों को घर पर ही बनाए गए छोटे तालाब में वातावरण के अनुकुल ढालने के लिए 10 दिन तक छोड़ना होगा. फिर सर्जरी करके उनमें न्यूक्लीयस डालकर तीन दिन एंटीबॉडी में रखा जाता है. जिसके बाद सभी सीपों को 12-13 माह तक तालाब में छोड़ दिया जाता है. बता दें कि सीप से मोती निकालने के काम में तीन गुना तक का मुनाफा हो जाता है.

जनरल नॉलेज फोटो गैलरी

जनरल नॉलेज वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

क्या मिट जाएगा फिलिस्तीन का नामो-निशान? UNGA में नेतन्याहू ने दिखाए जो मैप, उनमें दिखा ही नहीं
क्या मिट जाएगा फिलिस्तीन का नामो-निशान? UNGA में नेतन्याहू ने दिखाए जो मैप, उनमें दिखा ही नहीं
मुंबई में आतंकी हमले का अलर्ट, इन जीचों पर लगाई गई रोक
मुंबई में आतंकी हमले का अलर्ट, इन जीचों पर लगाई गई रोक
IIFA 2024: आराध्या को लेकर पूछा गया था सवाल, ऐश्वर्या राय ने अपने जवाब से रिपोर्टर की कर दी बोलती बंद, बोलीं- 'वो मेरी बेटी है हमेशा...'
आईफा में आराध्या को लेकर पूछा गया था सवाल, ऐश्वर्या राय ने अपने जवाब से रिपोर्टर की कर दी बोलती बंद
बड़े बजट की पहली फिल्म बंद हुई तो इस एक्टर को लगा था तगड़ा झटका, मुंडवा लिया था सिर
पहली फिल्म बंद हुई तो इस एक्टर को लगा था तगड़ा झटका, मुंडवा लिया था सिर
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Mumbai पर आतंकी हमले का Alert, शहर में बढ़ाई गई सुरक्षा | Breaking NewsTamil Nadu के सत्तूर इलाके में पटाखा फैक्ट्री में लगी आग, मौके पर फायर ब्रिगेड मौजूद | BreakingGujarat के गिर में अतिक्रमण हटाने के लिए मेगा ऑपरेशन, 1400 पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद | Breaking NewsUjjain Rains: बारिश से बाढ़ जैसे हालात, शहर जलमग्न, सड़कें डूबी | ABP News |

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
क्या मिट जाएगा फिलिस्तीन का नामो-निशान? UNGA में नेतन्याहू ने दिखाए जो मैप, उनमें दिखा ही नहीं
क्या मिट जाएगा फिलिस्तीन का नामो-निशान? UNGA में नेतन्याहू ने दिखाए जो मैप, उनमें दिखा ही नहीं
मुंबई में आतंकी हमले का अलर्ट, इन जीचों पर लगाई गई रोक
मुंबई में आतंकी हमले का अलर्ट, इन जीचों पर लगाई गई रोक
IIFA 2024: आराध्या को लेकर पूछा गया था सवाल, ऐश्वर्या राय ने अपने जवाब से रिपोर्टर की कर दी बोलती बंद, बोलीं- 'वो मेरी बेटी है हमेशा...'
आईफा में आराध्या को लेकर पूछा गया था सवाल, ऐश्वर्या राय ने अपने जवाब से रिपोर्टर की कर दी बोलती बंद
बड़े बजट की पहली फिल्म बंद हुई तो इस एक्टर को लगा था तगड़ा झटका, मुंडवा लिया था सिर
पहली फिल्म बंद हुई तो इस एक्टर को लगा था तगड़ा झटका, मुंडवा लिया था सिर
IND vs BAN 2nd Test: होटल लौट गईं भारत-बांग्लादेश की टीमें, बारिश की वजह से दूसरे दिन नहीं शुरू हो सका खेल
होटल लौटी टीम इंडिया, बारिश की वजह से दूसरे दिन नहीं शुरू हो सका खेल
'पाकिस्तान आतंकवाद की फैक्ट्री, PM शहबाज का भाषण सिर्फ एक मजाक', UNGA में भारत ने सुना दी खरी-खरी
'पाकिस्तान आतंकवाद की फैक्ट्री, PM शहबाज का भाषण सिर्फ एक मजाक', UNGA में भारत ने सुना दी खरी-खरी
गलती से दो बार कट गया है टोल टैक्स तो कैसे मिलता है रिफंड? ये हैं नियम
गलती से दो बार कट गया है टोल टैक्स तो कैसे मिलता है रिफंड? ये हैं नियम
World Heart Day 2024: 30 साल की उम्र में दिल की बीमारियों का खतरा कितना, इसकी वजह क्या?
30 साल की उम्र में दिल की बीमारियों का खतरा कितना, इसकी वजह क्या?
Embed widget