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स्पेस में इन खास तरह की लकड़ियों का होता है इस्तेमाल, जानें कितने साल है इसकी लाइफ
अंतरिक्ष की दुनिया रहस्यों से भरी हुई है.इन रहस्यों को सुलझाने के लिए सभी देशों के स्पेस वैज्ञानिक रिसर्च करते हैं.क्या आपने ये सोचा है कि स्पेस में जो लकड़ी का सैटेलाइट भेजा गया है,वो कितना मजबूत है
![अंतरिक्ष की दुनिया रहस्यों से भरी हुई है.इन रहस्यों को सुलझाने के लिए सभी देशों के स्पेस वैज्ञानिक रिसर्च करते हैं.क्या आपने ये सोचा है कि स्पेस में जो लकड़ी का सैटेलाइट भेजा गया है,वो कितना मजबूत है](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/28/f47563977938cfdf9f61745a0a28a1de1738081649369906_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जापान ने दुनिया का पहला लकड़ी का सैटेलाइट 'लिग्नोसैट' को बीते 5 नंवबर को अंतरिक्ष में भेजा है. अब सवाल ये है कि आखिर इसमें कौन सी लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है, जिससे ये लंबे समय तक स्पेस में रह सकता है.
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![वैज्ञानिक स्पेस को लेकर लगातार अलग-अलग रिसर्च कर रहे हैं. लेकिन जापान के लकड़ी के सैटेलाइट ने हर किसी को चौंकाया हुआ है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/28/059380e8c7e7106f7d10c5a2d6f46232fdf41.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
वैज्ञानिक स्पेस को लेकर लगातार अलग-अलग रिसर्च कर रहे हैं. लेकिन जापान के लकड़ी के सैटेलाइट ने हर किसी को चौंकाया हुआ है.
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![बता दें कि सैटेलाइट को क्योटो यूनिवर्सिटी और Sumitomo Forestry के कोलेब्रेशन में तैयार किया गया है. वही इसे स्पेस में उतारने का काम जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी ने किया है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/28/6539faf4eff4d06948f7ec443ae13332f41db.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बता दें कि सैटेलाइट को क्योटो यूनिवर्सिटी और Sumitomo Forestry के कोलेब्रेशन में तैयार किया गया है. वही इसे स्पेस में उतारने का काम जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी ने किया है.
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![टेकएक्सप्लोरिस्ट के मुताबिक लिग्नोसैट सैटेलाइट को होनोकी मैगनोलिया लकड़ी का इस्तेमाल करके बनाया गया था. 10 सेमी लंबाई वाले इस सैटेलाइट को पारंपरिक जापानी लकड़ी के काम की तकनीकों का उपयोग करके सटीकता के साथ तैयार किया गया था.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/28/c5e87daa4cc89f503debec190f4d9e76ddac4.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
टेकएक्सप्लोरिस्ट के मुताबिक लिग्नोसैट सैटेलाइट को होनोकी मैगनोलिया लकड़ी का इस्तेमाल करके बनाया गया था. 10 सेमी लंबाई वाले इस सैटेलाइट को पारंपरिक जापानी लकड़ी के काम की तकनीकों का उपयोग करके सटीकता के साथ तैयार किया गया था.
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![लकड़ी का ये सैटेलाइट कितने दिनों तक स्पेस में रह सकता है, ये कहना मुश्किल है. लेकिन अगर जापान का ये प्रयोग सफल होता है, तो आने वाले सालों में स्पेस में इको फ्रेंडली सैटेलाइट भेजा जा सकता है, जिससे स्पेस में कचरा कम होगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/28/a0637744d00f3c82cff8d068dffbaedcca437.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
लकड़ी का ये सैटेलाइट कितने दिनों तक स्पेस में रह सकता है, ये कहना मुश्किल है. लेकिन अगर जापान का ये प्रयोग सफल होता है, तो आने वाले सालों में स्पेस में इको फ्रेंडली सैटेलाइट भेजा जा सकता है, जिससे स्पेस में कचरा कम होगा.
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![बता दें कि दुनियाभर के अधिकांश देशों ने जो सैटेलाइट स्पेस में भेजा है, जब वो खराब होता है, तो वह एक तरह से कचरा हो जाता है. यही कारण है कि वैज्ञानिक स्पेस में बढ़ते कचरे को लेकर चिंतित हैं. जापान का इको फ्रेंडली सैटेलाइट इस दिशा में बड़ा कदम है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/28/4180a563aa0301314b25bee2dfae69249ed79.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बता दें कि दुनियाभर के अधिकांश देशों ने जो सैटेलाइट स्पेस में भेजा है, जब वो खराब होता है, तो वह एक तरह से कचरा हो जाता है. यही कारण है कि वैज्ञानिक स्पेस में बढ़ते कचरे को लेकर चिंतित हैं. जापान का इको फ्रेंडली सैटेलाइट इस दिशा में बड़ा कदम है.
Published at : 29 Jan 2025 07:46 AM (IST)
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राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
Opinion