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ये फिश होती हैं अमर, बूढ़े होने पर भी नहीं होती है मौत
धरती पर जन्मे सिर्फ इंसान और जानवरों की मृत्यु तय है, ये बात अधिकांश लोग जानते हैं. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि एक मछली ऐसी भी है, जो अमर है.
![धरती पर जन्मे सिर्फ इंसान और जानवरों की मृत्यु तय है, ये बात अधिकांश लोग जानते हैं. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि एक मछली ऐसी भी है, जो अमर है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/7cc0f9d93a9f67ce8fed13a4d9d331971738178414962906_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
धरती पर मछलियों की हजारों प्रजातियां पाई जाती हैं. लेकिन एक मछली ऐसी है, जिसको अमर माना जाता है.
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![लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक मछली ऐसी है, जो कभी मरती नहीं है. जी हां, मृत्यु सबकी होती है. लेकिन समुद्र में पाए जाने वाली एक मछली ऐसी है, जो मरती नहीं है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/ae704fddfc7506a94e4201b3dc823b3185954.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक मछली ऐसी है, जो कभी मरती नहीं है. जी हां, मृत्यु सबकी होती है. लेकिन समुद्र में पाए जाने वाली एक मछली ऐसी है, जो मरती नहीं है.
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![बता दें कि जैलीफिश को अमर कहा जाता है. सिर्फ जैलीफिश एक ऐसा जीव है, जो बार-बार अपने यौवनकाल में लौट आने की क्षमता रखती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/816077dbed2c731a32ca8c2db6243f5050830.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बता दें कि जैलीफिश को अमर कहा जाता है. सिर्फ जैलीफिश एक ऐसा जीव है, जो बार-बार अपने यौवनकाल में लौट आने की क्षमता रखती है.
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![स्पेन के शोधकर्ताओं ने टूरिटोप्सिस डॉहर्नी ने जैलीफिश के अमरता का रहस्य जानने के लिए जीनोम सीक्वेसिंग करके प्रमुख जीनोम को खोजा है. ये मौत से बचने के अलावा उम्र लंबी योगदान भी देते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/a256b4f27de23a717b2bd575dd87ec5ef4fac.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
स्पेन के शोधकर्ताओं ने टूरिटोप्सिस डॉहर्नी ने जैलीफिश के अमरता का रहस्य जानने के लिए जीनोम सीक्वेसिंग करके प्रमुख जीनोम को खोजा है. ये मौत से बचने के अलावा उम्र लंबी योगदान भी देते हैं.
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![बता दें कि अपने जीनोम सीक्वेंसिंग के अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया है कि टूरिटोप्सिस डॉहर्नी के जीनोम में ऐसी विविधता है, जिससे वह अपने डीएनए की प्रति बनाने और उसकी मरम्मत करने में सक्षम होते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/35599dc1a78ea61fdba660c4a5956db23f3d6.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बता दें कि अपने जीनोम सीक्वेंसिंग के अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया है कि टूरिटोप्सिस डॉहर्नी के जीनोम में ऐसी विविधता है, जिससे वह अपने डीएनए की प्रति बनाने और उसकी मरम्मत करने में सक्षम होते हैं.
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![जेलीफिश की सबसे बड़ी खासियत यही है कि ये पैदा होने के बाद बढ़कर यौवन काल तक पहुंचती हैं. लेकिन जब इनकी उम्र अधिक होने लगती है, तो ये अपना यौवनकाल वापस हासिल कर लेती हैं. ये कभी भी बूढ़ी होकर नहीं मरती हैं. इसीलिए वैज्ञानिक इन्हें जैविक तौर पर अमर कहते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/5f13c5ddefc31b0c0abe5e714872f5b4cbb2d.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जेलीफिश की सबसे बड़ी खासियत यही है कि ये पैदा होने के बाद बढ़कर यौवन काल तक पहुंचती हैं. लेकिन जब इनकी उम्र अधिक होने लगती है, तो ये अपना यौवनकाल वापस हासिल कर लेती हैं. ये कभी भी बूढ़ी होकर नहीं मरती हैं. इसीलिए वैज्ञानिक इन्हें जैविक तौर पर अमर कहते हैं.
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![जेलीफिश का बड़ा हिस्सा एक छाते या मशरूम के सिरे की तरह होता है. बता दें कि इस छाते के कोने से बहुत सारे तंतु निकले होते हैं. इसकी ना तो हड्डी होती है और ना ही इसका दिमाग, दिल या आंखे होती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2025/01/30/9b90f4aef291504456c5bc03c7393f8204db0.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जेलीफिश का बड़ा हिस्सा एक छाते या मशरूम के सिरे की तरह होता है. बता दें कि इस छाते के कोने से बहुत सारे तंतु निकले होते हैं. इसकी ना तो हड्डी होती है और ना ही इसका दिमाग, दिल या आंखे होती हैं.
Published at : 30 Jan 2025 08:08 AM (IST)
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अनिल चमड़ियावरिष्ठ पत्रकार
Opinion: 'आस्था, भावुकता और चेतना शून्य...', आखिर भारत में ही क्यों होती सबसे ज्यादा भगदड़ की घटनाएं
Opinion