जानिए उन महाराज के बारे में, जब वो अबूधाबी पहुंचे तो लाइन में खड़े होकर शेखों ने किया स्वागत
अबूधाबी के शेख नाहयान मुबारक अल नाहयान ने स्वामी जी का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे देश में आपका स्वागत है. मुझे आपके आशीर्वाद की अनुभूति हो रही है. हमारे देश में आपकी उपस्थिति से हम धन्य हैं.
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View In Appगौरतलब है कि मध्य पूर्व में पारंपरिक हिंदू वास्तुकला शैली में पहला पाषण निर्मित मंदिर होने जा रहा है, जिसका निर्माण बीएपीएस संस्था द्वारा किया गया है. अबूधाबी में स्थित यह भव्य मंदिर भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच मैत्री, सांस्कृतिक सद्भाव व सहयोग की भावना का प्रतीक है.
बता दें कि महंत स्वामी महाराज स्वामीनारायण संस्था के गुरु हैं, जो संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध एक अंतरराष्ट्रीय समुदाय-आधारित हिंदू फेलोशिप है.
महंत स्वामी महाराज के मार्गदर्शन में मंदिर परियोजना की देखरेख कर रहे ब्रह्मविहारीदास स्वामी ने कहा कि अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर वैश्विक सद्भाव, अतीत की समृद्ध विरासत का उत्सव मनाने और भविष्य का मार्गदर्शन करने के लिए एक आध्यात्मिक द्वीप के रूप में उभरा है. उन्होंने कहा कि यह मंदिर परम पूज्य महंत स्वामी महाराज की आध्यात्मिकता और यूएई और भारत दोनों देशों के नेतृत्व और बीएपीएस संगठन की उदारता, ईमानदारी और मित्रता का एक कालातीत प्रमाण है.
महंत जी के अबूधाबी पहुंचने के बाद वहां पर मौजूद हिंदू समाज के लोगों ने भी बहुत गर्म जोशी से उनका स्वागत किया. वहीं हिंदूओं ने इस भव्य मंदिर के लिए महाराज जी को धन्यवाद कहा और हाथ जोड़कर उन्हें प्रणाम किया.
जानकारी के लिए बता दें कि 2015 में अबूधाबी के क्राउन प्रिंस और यूएए शेख मोहम्मद बिन जायद नाहयान ने मंदिर के निर्माण के लिए 13.5 एकड़ जमीन उपहार में दी थी. उसके बाद जनवरी 2019 में 13.5 एकड़ भूमि और आवंटित की गई. जिसके बाद कुल 27 एकड़ भूमि मंदिर को भेंट की गई है.
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