एक्सप्लोरर

यह शासक जिस देश के खिलाफ लड़ा, उसी का मसीहा बन गया, दिलचस्प है स्टोरी

एक ऐसा शासक जिसने पहले जिस देश के खिलाफ हथियार उठाया बाद में उसी का शासक बन गया. यह सब कैसे हुआ आजी की स्टोरी में जानेंगे.

एक ऐसा शासक जिसने पहले जिस देश के खिलाफ हथियार उठाया बाद में उसी का शासक बन गया. यह सब कैसे हुआ आजी की स्टोरी में जानेंगे.

इस शासक की दिलचस्प है स्टोरी

1/5
कोर्सिका के नेपोलियन का जन्म 1769 में हुआ था, जब फ्रांस ने उसे जीत लिया था. उनकी बचपन से ही कोर्सिका के लोगों का नेपोलियन के फ्रांस के खिलाफ जज्बा था. पहले उन्होंने अपनी स्थानीय भूमि और स्वतंत्रता के लिए आवाज उठाई थी.
कोर्सिका के नेपोलियन का जन्म 1769 में हुआ था, जब फ्रांस ने उसे जीत लिया था. उनकी बचपन से ही कोर्सिका के लोगों का नेपोलियन के फ्रांस के खिलाफ जज्बा था. पहले उन्होंने अपनी स्थानीय भूमि और स्वतंत्रता के लिए आवाज उठाई थी.
2/5
बाद में उन्होंने अपनी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प से फ्रांस की सेना का नेतृत्व किया और अपने कार्यों से लोगों का दिल जीता. इससे नेपोलियन को फ्रांस के लोगों ने अपना महान हीरो माना, और उनकी छवि फ्रांसीसी इतिहास में शानदार हीरो के रूप में बनी.
बाद में उन्होंने अपनी प्रतिभा और दृढ़ संकल्प से फ्रांस की सेना का नेतृत्व किया और अपने कार्यों से लोगों का दिल जीता. इससे नेपोलियन को फ्रांस के लोगों ने अपना महान हीरो माना, और उनकी छवि फ्रांसीसी इतिहास में शानदार हीरो के रूप में बनी.
3/5
नेपोलियन की प्रारंभिक शिक्षा फ्रांस में हुई थी. उन्हें जूलियस सीजर और एलेक्सैंडर की विचारधारा पर गहरा प्रभाव पड़ा. वे पेरिस की मिलिट्री एकेडमी में भी अध्ययन करते रहे और 1785 में उन्हें डिग्री प्राप्त हुई. नेपोलियन को फ्रांसीसी सेना में तोपखाना रेजिमेंट के सेकेंड लेफ्टिनेंट की पद्वी प्राप्त हुई थी.
नेपोलियन की प्रारंभिक शिक्षा फ्रांस में हुई थी. उन्हें जूलियस सीजर और एलेक्सैंडर की विचारधारा पर गहरा प्रभाव पड़ा. वे पेरिस की मिलिट्री एकेडमी में भी अध्ययन करते रहे और 1785 में उन्हें डिग्री प्राप्त हुई. नेपोलियन को फ्रांसीसी सेना में तोपखाना रेजिमेंट के सेकेंड लेफ्टिनेंट की पद्वी प्राप्त हुई थी.
4/5
1789 में फ्रांस में लोकतांत्रिक क्रांति हुई. जनता ने बस्तील जेल पर हमला करके कैदियों को मुक्त कर लिया. इस क्रांति के प्रारंभ में नेपोलियन ने अपना समय कोर्सिका में बिताया. परंतु बाद में उन्हें अपनी योद्धा भूमिका निभाने का मौका मिला. उन्हें ब्रिटेन की सेना को हराने के बाद केवल 24 साल की उम्र में ब्रिगेडियर जनरल बनाया गया था. आगे बढ़ते हुए, नेपोलियन ने अपनी बहादुरी और युद्ध कौशल से और भी बड़ी-बड़ी यूरोपीय शक्तियों को परास्त किया. एक समय पर, उन्होंने उत्तरी इटली में बेताज़ बादशाह का राज किया था.
1789 में फ्रांस में लोकतांत्रिक क्रांति हुई. जनता ने बस्तील जेल पर हमला करके कैदियों को मुक्त कर लिया. इस क्रांति के प्रारंभ में नेपोलियन ने अपना समय कोर्सिका में बिताया. परंतु बाद में उन्हें अपनी योद्धा भूमिका निभाने का मौका मिला. उन्हें ब्रिटेन की सेना को हराने के बाद केवल 24 साल की उम्र में ब्रिगेडियर जनरल बनाया गया था. आगे बढ़ते हुए, नेपोलियन ने अपनी बहादुरी और युद्ध कौशल से और भी बड़ी-बड़ी यूरोपीय शक्तियों को परास्त किया. एक समय पर, उन्होंने उत्तरी इटली में बेताज़ बादशाह का राज किया था.
5/5
1802 में नेपोलियन की महान योजनाओं और शानदार प्रशासनिक क्षमता के कारण एक संवैधानिक संशोधन ने उन्हें फ्रांस के पहले कॉन्सुल बना दिया गया जिसकी स्थिरता जीवन भर रहने की थी. समय के साथ, परिस्थितियाँ ऐसी बनीं कि 1804 में नेपोलियन ने पोप की उपस्थिति में अपने को बादशाह घोषित कर दिया.
1802 में नेपोलियन की महान योजनाओं और शानदार प्रशासनिक क्षमता के कारण एक संवैधानिक संशोधन ने उन्हें फ्रांस के पहले कॉन्सुल बना दिया गया जिसकी स्थिरता जीवन भर रहने की थी. समय के साथ, परिस्थितियाँ ऐसी बनीं कि 1804 में नेपोलियन ने पोप की उपस्थिति में अपने को बादशाह घोषित कर दिया.

जनरल नॉलेज फोटो गैलरी

जनरल नॉलेज वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को सुनाई खरी-खरी
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को सुनाई खरी-खरी
कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी पर की विवादित टिप्पणी, गोडसे की तारीफ की
कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी पर की विवादित टिप्पणी, गोडसे की तारीफ की
लापता हुए सुनील पाल का पुलिस ने खोजा पता, जानें कहां गायब हो गए थे कॉमडियन
लापता हुए सुनील पाल का पुलिस ने खोजा पता, जानें कहां गायब हो गए थे कॉमडियन
IND vs AUS: 'विराट कोहली से डर लगता है...', दूसरे टेस्ट से पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने टेके घुटने! दिग्गज ने अपने बयान से चौंकाया
'विराट कोहली से डर लगता है', दूसरे टेस्ट से पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने टेके घुटने! दिग्गज ने अपने बयान से चौंकाया
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Bangladesh priest arrested: Chinmay Das के वकीलों पर हमले का दावा, जमानत की सुनवाई में नहीं हुए शामिल | Janhitकभी थे सूबे के सरकार, सुखबीर सिंह बादल अब बने पहरेदार! | Bharat Ki BaatBharat Ki Baat: Eknath Shinde की भूमिका पर इतना सस्पेंस क्यों? | Mahayuti | BJP | Maharashtra New CMSandeep Chaudhary: EVM से तौबा-तौबा...तो ही चुनाव निष्पक्ष होगा? | Maharashtra | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को सुनाई खरी-खरी
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को सुनाई खरी-खरी
कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी पर की विवादित टिप्पणी, गोडसे की तारीफ की
कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी पर की विवादित टिप्पणी, गोडसे की तारीफ की
लापता हुए सुनील पाल का पुलिस ने खोजा पता, जानें कहां गायब हो गए थे कॉमडियन
लापता हुए सुनील पाल का पुलिस ने खोजा पता, जानें कहां गायब हो गए थे कॉमडियन
IND vs AUS: 'विराट कोहली से डर लगता है...', दूसरे टेस्ट से पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने टेके घुटने! दिग्गज ने अपने बयान से चौंकाया
'विराट कोहली से डर लगता है', दूसरे टेस्ट से पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने टेके घुटने! दिग्गज ने अपने बयान से चौंकाया
बाबा रामदेव ने पिया गधी का दूध, जानें इसकी कीमत और क्या हैं फायदे
बाबा रामदेव ने पिया गधी का दूध, जानें इसकी कीमत और क्या हैं फायदे
महाराष्ट्र चुनाव को लेकर चुनाव आयोग से मिले कांग्रेस नेता, मांगे वोटर लिस्ट के आंकड़े! ECI ने दिया ये जवाब
महाराष्ट्र चुनाव को लेकर चुनाव आयोग से मिले कांग्रेस नेता, मांगे वोटर लिस्ट के आंकड़े! ECI ने दिया ये जवाब
खाते में नहीं पहुंची महतारी वंदन योजना की किस्त? तुरंत करें ये काम
खाते में नहीं पहुंची महतारी वंदन योजना की किस्त? तुरंत करें ये काम
संभल हिंसा: तलाशी में मिले पाकिस्तान और अमेरिका में बने कारतूस के खोखे, फॉरेंसिक टीम ने खंगाली नालियां
संभल हिंसा: पाकिस्तान और अमेरिका में बने कारतूस के खोखे, फॉरेंसिक टीम ने खंगाली नालियां
Embed widget