एक्सप्लोरर

भारत के परमाणु परीक्षण में प्याज़ का था ये ख़ास रोल, जानकार नहीं होगा यक़ीन

क्या कभी सोचा है कि खाने में इस्तेमाल होने वाली प्याज परमाणु परीक्षम में भी काम आ सकती है? यदि नहीं तो चलिए जानते हैं.

क्या कभी सोचा है कि खाने में इस्तेमाल होने वाली प्याज परमाणु परीक्षम में भी काम आ सकती है? यदि नहीं तो चलिए जानते हैं.

भारत के परमाणु परीक्षण एक ऐतिहासिक घटना थी जिसने देश की वैज्ञानिक क्षमता और सैन्य शक्ति को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया. इस परीक्षण में कई तकनीकी चुनौतियों को पार किया गया था और इन चुनौतियों को पार करने में प्याज़ ने एक अहम भूमिका निभाई थी.

1/6
यह सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच है कि इस परीक्षण में प्याज़ का इस्तेमाल एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में किया गया था. ऐसे में चलिए इसकी दिलचस्प कहानी जानते हैं.
यह सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच है कि इस परीक्षण में प्याज़ का इस्तेमाल एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में किया गया था. ऐसे में चलिए इसकी दिलचस्प कहानी जानते हैं.
2/6
बता दें परमाणु परीक्षण में प्याज़ का उपयोग परमाणु परीक्षण में एक संवेदक के रूप में किया गया था. प्याज़ में मौजूद कुछ रासायनिक तत्व विस्फोट के दौरान होने वाले विकिरण के संपर्क में आने पर रंग बदल जाते हैं. वैज्ञानिकों ने इसी सिद्धांत का उपयोग करके प्याज़ को एक प्राकृतिक संवेदक के रूप में इस्तेमाल किया.
बता दें परमाणु परीक्षण में प्याज़ का उपयोग परमाणु परीक्षण में एक संवेदक के रूप में किया गया था. प्याज़ में मौजूद कुछ रासायनिक तत्व विस्फोट के दौरान होने वाले विकिरण के संपर्क में आने पर रंग बदल जाते हैं. वैज्ञानिकों ने इसी सिद्धांत का उपयोग करके प्याज़ को एक प्राकृतिक संवेदक के रूप में इस्तेमाल किया.
3/6
बता दें प्याज़ का उपयोग इसलिए किया गया क्योंकि यह सस्ता, आसानी से उपलब्ध और पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं था. इसके अलावा, प्याज़ में मौजूद रासायनिक तत्व बहुत ही संवेदनशील होते हैं और वो बहुत कम मात्रा में विकिरण का भी पता लगा सकते हैं.
बता दें प्याज़ का उपयोग इसलिए किया गया क्योंकि यह सस्ता, आसानी से उपलब्ध और पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं था. इसके अलावा, प्याज़ में मौजूद रासायनिक तत्व बहुत ही संवेदनशील होते हैं और वो बहुत कम मात्रा में विकिरण का भी पता लगा सकते हैं.
4/6
प्याज़ को परीक्षण स्थल के आसपास विभिन्न स्थानों पर रखा गया था. विस्फोट के बाद, वैज्ञानिकों ने इन प्याज़ों को इकट्ठा किया और उनमें हुए रंग परिवर्तन का अध्ययन किया. इस अध्ययन से वैज्ञानिकों को विस्फोट की तीव्रता और उसके प्रभावों के बारे में जानकारी मिली.
प्याज़ को परीक्षण स्थल के आसपास विभिन्न स्थानों पर रखा गया था. विस्फोट के बाद, वैज्ञानिकों ने इन प्याज़ों को इकट्ठा किया और उनमें हुए रंग परिवर्तन का अध्ययन किया. इस अध्ययन से वैज्ञानिकों को विस्फोट की तीव्रता और उसके प्रभावों के बारे में जानकारी मिली.
5/6
इससे वैज्ञानिकों को कई फायदे भी हुए. जैसे प्याज़ के उपयोग से वैज्ञानिकों को विस्फोट की तीव्रता को बहुत ही सटीक रूप से मापने में मदद मिली. साथ ही प्याज़ एक सस्ता और आसानी से उपलब्ध संवेदक था, जिससे परीक्षण की लागत में काफी कमी आई.
इससे वैज्ञानिकों को कई फायदे भी हुए. जैसे प्याज़ के उपयोग से वैज्ञानिकों को विस्फोट की तीव्रता को बहुत ही सटीक रूप से मापने में मदद मिली. साथ ही प्याज़ एक सस्ता और आसानी से उपलब्ध संवेदक था, जिससे परीक्षण की लागत में काफी कमी आई.
6/6
वहीं प्याज़ पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं था, इसलिए इसका उपयोग करने से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. यह प्रयोग इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि इसने वैज्ञानिकों को परमाणु परीक्षणों के बारे में अधिक जानने में मदद की. इस प्रयोग से मिले आंकड़ों का उपयोग भविष्य के परमाणु परीक्षणों में किया गया और इससे भारत की परमाणु तकनीक में काफी सुधार हुआ.
वहीं प्याज़ पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं था, इसलिए इसका उपयोग करने से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. यह प्रयोग इसलिए महत्वपूर्ण था क्योंकि इसने वैज्ञानिकों को परमाणु परीक्षणों के बारे में अधिक जानने में मदद की. इस प्रयोग से मिले आंकड़ों का उपयोग भविष्य के परमाणु परीक्षणों में किया गया और इससे भारत की परमाणु तकनीक में काफी सुधार हुआ.

जनरल नॉलेज फोटो गैलरी

जनरल नॉलेज वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
Delhi Assembly Elections: BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
Axis My India Exit Poll 2024: मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
जब होटल में वरुण धवन ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए ऐसा क्या कर बैठे थे अनुष्का शर्मा के पति
जब होटल में वरुण ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए दिलचस्प किस्सा
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

America में अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी, भारत लाने की तैयारी! | ABP NewsChitra Tripathi : ट्रंप की वजह से अदाणी टारगेट ? । Gautam Adani Case ।  Maharashtra Election'The Sabarmati report' पर सियासत तेज, फिल्मी है कहानी या सच की है जुबानी? | Bharat Ki BaatAdani Bribery Case: अदाणी पर अमेरिकी केस की इनसाइड स्टोरी! | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
Delhi Assembly Elections: BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
Axis My India Exit Poll 2024: मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
जब होटल में वरुण धवन ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए ऐसा क्या कर बैठे थे अनुष्का शर्मा के पति
जब होटल में वरुण ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए दिलचस्प किस्सा
Border Gavaskar Trophy: ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
बुजुर्गों को अक्सर निमोनिया क्यों होता है? जानें इस गंभीर इंफेक्शन  के लक्षण और बचाव का तरीका
बुजुर्गों को अक्सर निमोनिया क्यों होता है? जानें इस गंभीर इंफेक्शन के लक्षण और बचाव का तरीका
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
10 मिनट स्पॉट जॉगिंग या 45 मिनट वॉक कौन सी है बेहतर, जानें इसके फायदे
10 मिनट स्पॉट जॉगिंग या 45 मिनट वॉक कौन सी है बेहतर, जानें इसके फायदे
Embed widget