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रिसर्च में आया सामने, परफ्यूम की महक से दिमाग तेज करेगा काम
उम्र बढ़ने के साथ ही दिमाग भी थोड़ा धीरे काम करता है. हालांकि वैज्ञानिक लंबे समय से यह शोध कर रहे हैं कि उम्र के साथ दिमाग को धीमा होने से कैसे रोका जा सकता है.
![उम्र बढ़ने के साथ ही दिमाग भी थोड़ा धीरे काम करता है. हालांकि वैज्ञानिक लंबे समय से यह शोध कर रहे हैं कि उम्र के साथ दिमाग को धीमा होने से कैसे रोका जा सकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/11/083f1de7d36ce040045fd784a192decc1704919163756906_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
नींद
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![दिमाग के धीमा होने की स्थिति डिमेंशिया जैसे रोगों में बड़ी समस्या की वजह बन जाती है. इससे कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/11/c0b8dbd654679584c7d5acdf8861a198d1369.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
दिमाग के धीमा होने की स्थिति डिमेंशिया जैसे रोगों में बड़ी समस्या की वजह बन जाती है. इससे कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं.
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![नए अध्ययन में इरवाइन की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने एक रोचक बात बताई है. उन्होंने पाया कि सोते समय हवा में कुछ खुशबुओं के होने से दिमाग तेजी से काम करने लगता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/11/06ce565ff8663215d5f4b6ae7fa38be5b8ce6.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
नए अध्ययन में इरवाइन की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने एक रोचक बात बताई है. उन्होंने पाया कि सोते समय हवा में कुछ खुशबुओं के होने से दिमाग तेजी से काम करने लगता है.
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![शोधकर्ताओं ने फ्रंटियर्स इन न्यूरोसाइंस में प्रकाशित अध्ययन में इस बात के सबूत पाए हैं कि हवा में खूशबू फैलने से दिमाग ज्ञान से संबंधित काम बेहतर तरह से करने लगता है. उन्होंने यह भी पाया है कि इससे दिमाग में याद्दाश्त और फैसले लेने की काबिलियत वाले हिस्सों के बीच तंत्रिका तालमेल मजबूत हो जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/11/871541a1c900a72c24794bc4d92577f0fb40d.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
शोधकर्ताओं ने फ्रंटियर्स इन न्यूरोसाइंस में प्रकाशित अध्ययन में इस बात के सबूत पाए हैं कि हवा में खूशबू फैलने से दिमाग ज्ञान से संबंधित काम बेहतर तरह से करने लगता है. उन्होंने यह भी पाया है कि इससे दिमाग में याद्दाश्त और फैसले लेने की काबिलियत वाले हिस्सों के बीच तंत्रिका तालमेल मजबूत हो जाता है.
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![उन्होंने अपने अध्ययन में 69 से 85 साल की उम्र 43 महिलाओं और पुरुषों को शामिल किया था. डिमेंशिया जैसी स्थिति में जब दिमाग ज्ञान संबंधी काम करने में कमजोर हो जाता है. उस वक्त रोज रात को बेडरूम में केवल खुशबू फैला कर उनके इस दिक्कत को कम किया जा सकता है. दिमाग के सेहत के लिए सक्रियता बहुत अहम होती है और रात को सोते समय उस सक्रियता को आराम करते समय हासिल किया जा सकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/11/628f3324cca49612795afabc13c2e28f8e090.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
उन्होंने अपने अध्ययन में 69 से 85 साल की उम्र 43 महिलाओं और पुरुषों को शामिल किया था. डिमेंशिया जैसी स्थिति में जब दिमाग ज्ञान संबंधी काम करने में कमजोर हो जाता है. उस वक्त रोज रात को बेडरूम में केवल खुशबू फैला कर उनके इस दिक्कत को कम किया जा सकता है. दिमाग के सेहत के लिए सक्रियता बहुत अहम होती है और रात को सोते समय उस सक्रियता को आराम करते समय हासिल किया जा सकता है.
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![रिसर्च में पता चला है कि एक समस्या यह भी है कि उम्र के साथ इंसान की सूंघने की ताकत भी कम हो जाती है. सूंघने की ताकत को खोने का मतलब दिमाग की कोशिकाओं का नुकसान होना है. इसमें गंध और उसके तंत्रिका कार्य के बीच तालमेल कमजोर हो जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/11/fcce9759c17b7a35ecc642d77847e4e8c5631.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
रिसर्च में पता चला है कि एक समस्या यह भी है कि उम्र के साथ इंसान की सूंघने की ताकत भी कम हो जाती है. सूंघने की ताकत को खोने का मतलब दिमाग की कोशिकाओं का नुकसान होना है. इसमें गंध और उसके तंत्रिका कार्य के बीच तालमेल कमजोर हो जाता है.
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![रिसर्च में किसी खास तरह की खुशबू जैसे गुलाब, संतरा, यूकेलेप्टस, नींबू, पिपरमेंट, रोजमेरी और लैवेंडर के प्राकृतिक तेलों वाली खुशबुओं का उपयोग किया. उन्होंने रिसर्च में शामिल किए गए महिलाओं और पुरुषों के रूम में हर रात को छह महीनों के लिए बारी बारी से इन खुशबुओं को दो घंटों के लिए छोड़ा था. इसके बाद उनकी ज्ञान संबंधी ताकत की जांच करने पर पाया कि इन खुशबुओं से दिमाग की मोमोरी और सोचने वाले हिस्से तेजी से काम करने लगे थे.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/01/11/850e1adea98527911ad3af180e99318eb3bf9.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
रिसर्च में किसी खास तरह की खुशबू जैसे गुलाब, संतरा, यूकेलेप्टस, नींबू, पिपरमेंट, रोजमेरी और लैवेंडर के प्राकृतिक तेलों वाली खुशबुओं का उपयोग किया. उन्होंने रिसर्च में शामिल किए गए महिलाओं और पुरुषों के रूम में हर रात को छह महीनों के लिए बारी बारी से इन खुशबुओं को दो घंटों के लिए छोड़ा था. इसके बाद उनकी ज्ञान संबंधी ताकत की जांच करने पर पाया कि इन खुशबुओं से दिमाग की मोमोरी और सोचने वाले हिस्से तेजी से काम करने लगे थे.
Published at : 11 Jan 2024 02:10 AM (IST)
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