कोलंबियां के जंगलों में वैज्ञानिकों ने की नई प्रजाति के सांप की खोज, शिकार करने में सबसे आगे
इवोल्यूशनरी सिस्टमैटिक्स में पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक साइंटिस्ट कोलंबियां और इक्वाडोर के जंगलों में कुछ नए जीवों की तलाश कर रहे थे. इसी बीच उन्हें कुछ नए सांप दिखे. वैज्ञानिकों के मुताबिक देखने में ये यह करैत की तरह नजर आते हैं. वैज्ञानिकों ने बताया कि ये आईलैश वाइपर की नई प्रजातियां हैं. इन सांपों को इससे पहले कभी नहीं देखा गया है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appवैज्ञानिकों ने सांपों की संरचना को लेकर बताया कि इनकी आंखों के ऊपर तराजू की तरह एक संरचना होती है. उन्होंने कहा कि सांप इसका उपयोग कब करते हैं, ये नहीं पता है. लेकिन हो सकता है कि ये शिकारियों को डराने के लिए इसका इस्तेमाल करते हो. क्योंकि जब इसको खींचते हैं, काफी उग्र नजर आते हैं.
वहीं अध्ययन का नेतृत्व करने वाले खमाई फाउंडेशन के साइंटिस्ट एलेजांद्रो आर्टेगा ने बताया कि ये वाइपर बहुरंगी होते हैं. क्योंकि किसी भी दो सांपों का रंग एक जैसा नहीं होता है. वहीं किसी के लिए भी इन्हें पहचान पाना मुश्किल होता है. उन्होंने कहा कि आईलैश-पिटवाइपर की ये प्रजाति काफी खतरनाक होती है.
वैज्ञानिक ने आगे बताया कि इन सांपों को घात लगाकर तेजी के साथ शिकार पर हमला करने के लिए जाना जाता है. उन्होंने कहा कि देखने में बेहद खूबसूरत ये सांप इतने जहरीले होते हैं कि अगर किसी को काटते हैं, तो कुछ ही पल में इलाज नहीं मिलने पर उस व्यक्ति की मृत्यु होना तय है.
वहीं रिसर्च टीम के सदस्य लुकास बुस्टामांटे ने अपना अनुभव शेयर करते हुए बताया कि तस्वीर लेने के दौरान आईलैश-पिटवाइपर ने मेरी उंगली में काट लिया था. इस दौरान मुझे असहनीय दर्द और चक्कर आने लगा था. लेकिन तभी एंटीवेनम की तीन खुराक कुछ-कुछ पल पर दी गई और मैं ठीक हो पाया था.
बता दें कि वाइपर की दो नई प्रजातियों रहीम आईलैश-पिटवाइपर ( बोथ्रीचिस रहीमी ) और हुसैन आईलैश-पिटवाइपर ( बी. हुसैनी) का नाम क्रमशः प्रिंस हुसैन आगा खान और प्रिंस रहीम आगा खान के सम्मान में रखा गया है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -