वो नदी जिसमें डूब सकते हैं तीन कुतुबमीनार, गहराई जानकर नहीं होगा यकीन
यह नदी कोई और नहीं बल्कि अफ्रीका महाद्वीप की सबसे लंबी और गहरी नदी कांगो नदी है. इस नदी को जायरे नदी के नाम से भी जाना जाता है. कांगो नदी की गहराई लगभग 720 फीट है. अगर हम कुतुब मीनार की ऊंचाई की बात करें तो यह लगभग 240 फीट है, यानी इस नदी में आसानी से तीन कुतुब मीनार डूब सकते हैं.
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View In Appकांगो नदी की गहराई वाकई विश्वास करने लायक नहीं है. यह नदी लगभग 220 मीटर (720 फीट) गहरी मानी जाती है, जो किसी भी अन्य नदी की तुलना में कई गुना ज्यादा गहरी है.
कुतुबमीनार की ऊंचाई लगभग 73 मीटर है और कांगो नदी में इसकी गहराई इतनी ज्यादा है कि इसमें एक के बाद एक तीन कुतुबमीनार पूरी तरह से डूब सकते हैं. इसके अलावा, कांगो नदी का पानी बहुत तेज बहाव वाला होता है और इसके साथ ही यह नदी काफी चौड़ी भी है. यह नदी एक विशाल जलमार्ग है, जो अफ्रीका के देशों के बीच व्यापार और परिवहन के लिए बहुत जरुरी है.
कांगो नदी का उद्गम कोंगो-क्रू से होता है, जो कांगो गणराज्य में स्थित है. यह नदी अफ्रीका के अलग-अलग देशों से बहती हुई अटलांटिक महासागर में मिलती है. कांगो नदी की लंबाई लगभग 4,700 किलोमीटर (2,920 मील) है, जो इसे दुनिया की चौथी सबसे लंबी नदी बनाती है.
इसकी खास विशेषता इसका बड़ा जलस्तर और गहराई है, जो इसे वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण बनाती है. कांगो नदी का जल स्तर किसी भी अन्य नदी की तुलना में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव करता है.
यहां के भारी बारिश के कारण नदी में पानी की मात्रा बहुत तेजी से बढ़ सकती है, जिससे इस नदी के प्रवाह में भी बदलाव आता है. इसका प्रभाव अफ्रीकी जंगलों और आसपास के इलाके के पारिस्थितिकी तंत्र पर भी पड़ता है.
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