एक्सप्लोरर

चुनाव परिणाम 2024

(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)

समुद्र में डूबने वाला है ये देश, लोगों को है डर

दुनिया भर के कई देशों को समुद्र के बढ़ते जलस्तर का सामना करना पड़ रहा है. इनमें से कुछ देश तो पूरी तरह डूबने की कगार पर पहुंच गए हैं. इन देशों के निवासियों के लिए यह एक गंभीर खतरा है.

दुनिया भर के कई देशों को समुद्र के बढ़ते जलस्तर का सामना करना पड़ रहा है. इनमें से कुछ देश तो पूरी तरह डूबने की कगार पर पहुंच गए हैं. इन देशों के निवासियों के लिए यह एक गंभीर खतरा है.

कई देशों को ये खतरा सता रहा है कि वो जल्द ही समुद्र में डूब सकते हैं. ऐसे में घनी आबादी वाले इन देशों के लोगों में ये डर सता रहा है कि यदि ये देश डूब जाते हैं तो वो जाएंगे कहां.

1/6
वैज्ञानिकों के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण बर्फ की चादरें पिघल रही हैं और समुद्र का स्तर बढ़ रहा है. यह प्रक्रिया अगले कुछ दशकों में तेज होने की संभावना है. जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, समुद्र के पानी का तापमान भी बढ़ता है, जिससे इसकी मात्रा में वृद्धि होती है. इस वृद्धि का सीधा असर तटीय देशों और द्वीपों पर पड़ता है.
वैज्ञानिकों के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण बर्फ की चादरें पिघल रही हैं और समुद्र का स्तर बढ़ रहा है. यह प्रक्रिया अगले कुछ दशकों में तेज होने की संभावना है. जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, समुद्र के पानी का तापमान भी बढ़ता है, जिससे इसकी मात्रा में वृद्धि होती है. इस वृद्धि का सीधा असर तटीय देशों और द्वीपों पर पड़ता है.
2/6
दुनिया भर में कई द्वीपीय देश समुद्र के बढ़ते जलस्तर के कारण सबसे ज्यादा खतरे में हैं. इनमें से कुछ प्रमुख देशों में मालदीव, तुवालु, किरिबाती और मार्शल द्वीप शामिल हैं. इन देशों की अधिकांश आबादी समुद्र तल से कुछ मीटर की ऊंचाई पर रहती है.इसके अलावा बांग्लादेश और मालदीव जैसे देशों का भी बुरा हाल है.
दुनिया भर में कई द्वीपीय देश समुद्र के बढ़ते जलस्तर के कारण सबसे ज्यादा खतरे में हैं. इनमें से कुछ प्रमुख देशों में मालदीव, तुवालु, किरिबाती और मार्शल द्वीप शामिल हैं. इन देशों की अधिकांश आबादी समुद्र तल से कुछ मीटर की ऊंचाई पर रहती है.इसके अलावा बांग्लादेश और मालदीव जैसे देशों का भी बुरा हाल है.
3/6
बता दें कि हाल ही में बांग्लादेश के कुछ तटीय क्षेत्रों में बाढ़ के हालात ने इस समस्या की गंभीरता को और उजागर किया है. जुलाई 2023 में आई बाढ़ ने लाखों लोगों को प्रभावित किया और कई गांव जलमग्न हो गए. बांग्लादेश के जल संसाधन मंत्री ने चेतावनी दी कि अगर वैश्विक तापमान में वृद्धि पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो आने वाले वर्षों में बांग्लादेश के अधिकांश तटीय क्षेत्र डूब सकते हैं.
बता दें कि हाल ही में बांग्लादेश के कुछ तटीय क्षेत्रों में बाढ़ के हालात ने इस समस्या की गंभीरता को और उजागर किया है. जुलाई 2023 में आई बाढ़ ने लाखों लोगों को प्रभावित किया और कई गांव जलमग्न हो गए. बांग्लादेश के जल संसाधन मंत्री ने चेतावनी दी कि अगर वैश्विक तापमान में वृद्धि पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो आने वाले वर्षों में बांग्लादेश के अधिकांश तटीय क्षेत्र डूब सकते हैं.
4/6
इसी तरह, मालदीव में भी समुद्र स्तर की वृद्धि एक गंभीर मुद्दा है. 2023 में मालदीव सरकार ने एक योजना शुरू की है जिसके तहत बुनियादी ढांचे को समुद्र के बढ़ते स्तर के खिलाफ सुरक्षित किया जा सके, लेकिन इन प्रयासों के बावजूद लोग लगातार चिंता में हैं कि क्या उनके द्वीप सुरक्षित रहेंगे.
इसी तरह, मालदीव में भी समुद्र स्तर की वृद्धि एक गंभीर मुद्दा है. 2023 में मालदीव सरकार ने एक योजना शुरू की है जिसके तहत बुनियादी ढांचे को समुद्र के बढ़ते स्तर के खिलाफ सुरक्षित किया जा सके, लेकिन इन प्रयासों के बावजूद लोग लगातार चिंता में हैं कि क्या उनके द्वीप सुरक्षित रहेंगे.
5/6
समुद्र के बढ़ते स्तर का असर सिर्फ बांग्लादेश और मालदीव तक सीमित नहीं है. यह पूरी मानवता के लिए खतरा है. विश्व के कई अन्य तटीय शहर जैसे मुंबई, न्यूयॉर्क, और शंघाई भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं. अगर जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो लाखों लोग अपने घरों से बेघर हो सकते हैं.
समुद्र के बढ़ते स्तर का असर सिर्फ बांग्लादेश और मालदीव तक सीमित नहीं है. यह पूरी मानवता के लिए खतरा है. विश्व के कई अन्य तटीय शहर जैसे मुंबई, न्यूयॉर्क, और शंघाई भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं. अगर जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण नहीं पाया गया, तो लाखों लोग अपने घरों से बेघर हो सकते हैं.
6/6
इस संकट से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है. विभिन्न देशों के बीच सहयोग, नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए अनुसंधान में निवेश करना बहुत जरुरी है. संयुक्त राष्ट्र के तहत जलवायु परिवर्तन पर हुई वार्ताओं ने इस दिशा में कुछ प्रगति की है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है.
इस संकट से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है. विभिन्न देशों के बीच सहयोग, नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए अनुसंधान में निवेश करना बहुत जरुरी है. संयुक्त राष्ट्र के तहत जलवायु परिवर्तन पर हुई वार्ताओं ने इस दिशा में कुछ प्रगति की है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है.

जनरल नॉलेज फोटो गैलरी

जनरल नॉलेज वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

56 लाख फॉलोवर्स वाले एजाज खान को चुनाव में मिले सिर्फ़ 146 वोट, सोशल मीडिया पर उड़ा मजाक
56 लाख फॉलोवर्स वाले एजाज को चुनाव में मिले सिर्फ़ 146 वोट, खूब उड़ा मजाक
Yashasvi Jaiswal Record: यशस्वी ने पर्थ टेस्ट में तोड़ा छक्कों का रिकॉर्ड, 147 सालों में पहली बार हुआ ऐसा
यशस्वी ने पर्थ में तोड़ा छक्कों का रिकॉर्ड, 147 सालों में पहली बार हुआ ऐसा
आचार्य प्रमोद ने राहुल गांधी पर किया तंज, कहा- पालघर के साधुओं का लगा श्राप, विपक्षी नेता बनने लायक नहीं रहे
आचार्य प्रमोद ने राहुल गांधी पर किया तंज, कहा- पालघर के साधुओं का लगा श्राप, विपक्षी नेता बनने लायक नहीं रहे
Housing Prices: रेसिडेंशियल हाउसिंग प्रोजेक्ट्स का निर्माण हो गया 39 फीसदी महंगा, ये है इसकी बड़ी वजह!
रेसिडेंशियल हाउसिंग प्रोजेक्ट्स का निर्माण हो गया 39 फीसदी महंगा, ये है इसकी बड़ी वजह!
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Maharashtra Election Result : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को बहुमत | BJP | CongressIPO ALERT: Rajesh Power Services IPO में जानें Price Band, GMP & Full Review | Paisa LiveAssembly Election Results: देवेंद्र फडणवीस ने जीत के बाद क्या कहा? Devendra Fadnavis | BreakingMaharashtra Election Result : विधानसभा चुनाव के रुझानों पर महाराष्ट्र में हलचल तेज!

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
56 लाख फॉलोवर्स वाले एजाज खान को चुनाव में मिले सिर्फ़ 146 वोट, सोशल मीडिया पर उड़ा मजाक
56 लाख फॉलोवर्स वाले एजाज को चुनाव में मिले सिर्फ़ 146 वोट, खूब उड़ा मजाक
Yashasvi Jaiswal Record: यशस्वी ने पर्थ टेस्ट में तोड़ा छक्कों का रिकॉर्ड, 147 सालों में पहली बार हुआ ऐसा
यशस्वी ने पर्थ में तोड़ा छक्कों का रिकॉर्ड, 147 सालों में पहली बार हुआ ऐसा
आचार्य प्रमोद ने राहुल गांधी पर किया तंज, कहा- पालघर के साधुओं का लगा श्राप, विपक्षी नेता बनने लायक नहीं रहे
आचार्य प्रमोद ने राहुल गांधी पर किया तंज, कहा- पालघर के साधुओं का लगा श्राप, विपक्षी नेता बनने लायक नहीं रहे
Housing Prices: रेसिडेंशियल हाउसिंग प्रोजेक्ट्स का निर्माण हो गया 39 फीसदी महंगा, ये है इसकी बड़ी वजह!
रेसिडेंशियल हाउसिंग प्रोजेक्ट्स का निर्माण हो गया 39 फीसदी महंगा, ये है इसकी बड़ी वजह!
शादी में क्यों नाराज हो जाते हैं फूफा, क्या आपने कभी पता किया इसका कारण?
शादी में क्यों नाराज हो जाते हैं फूफा, क्या आपने कभी पता किया इसका कारण?
महाराष्ट्र में हिंदुत्व का बिग बॉस कौन? आंकड़े गवाही दे रहे कि बीजेपी के सामने अब कोई नहीं है टक्कर में
महाराष्ट्र में हिंदुत्व का बिग बॉस कौन? आंकड़े गवाही दे रहे कि बीजेपी के सामने अब कोई नहीं है टक्कर में
महाराष्ट्र में करोड़ों महिलाओं को मिलेगा BJP की जीत का फायदा, जानें कितना बढ़ सकता है लाडली बहन योजना का पैसा
महाराष्ट्र में करोड़ों महिलाओं को मिलेगा BJP की जीत का फायदा, जानें कितना बढ़ सकता है लाडली बहन योजना का पैसा
Maharashtra Assembly Election Results 2024: सीएम की कुर्सी के लिए संग्राम शुरू, छप गए पोस्‍टर, जानें फडणवीस, अजित पवार, शिंदे का क्‍या रहा रिजल्‍ट
महाराष्‍ट्र: सीएम की कुर्सी के लिए संग्राम शुरू, छप गए पोस्‍टर, जानें फडणवीस, अजित पवार, शिंदे का क्‍या रहा रिजल्‍ट
Embed widget