ट्रेन के चलने का सिस्टम तो कंट्रोल रुम से होता है... फिर कोहरे में लेट क्यों हो जाती है?
दरअसल, ट्रेन का संचालन ड्राइवर और कंट्रोल सिस्टम के आपसी कॉर्डिनेशन से होता है. कई चीजें कंट्रोल रूम से तो कई चीजें ड्राइवर की ओर से कंट्रोल की जाती है. कोहरे में ड्राइवर को काफी दिक्कत होती है.
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View In Appकोहरे में विजिबिलिटी कम हो जाती है और ड्राइवर को ट्रैक देखने में मुश्किल होती है. इससे सुरक्षा के कारण ट्रेनें धीमी गति से चलाई जाती है और ट्रेन लेट हो जाती है.
कोहरे में इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलिंग सिस्टम में भी दिक्कत हो जाती है और दूर से सिग्नल ना देख पाने की वजह से कमांड काफी लेट देने पड़ते हैं और ट्रेन लेट हो जाती है.
इसके अलावा ट्रेक में अवरोधक या कोई और घटना की जानकारी ना होने की वजह से स्पीड को कम रखा जाता है.
इस वजह से ट्रेन काफी लेट हो जाती है और एक ट्रेन का टाइम गड़बड़ होने से अन्य ट्रेनों का शेड्यूल भी गड़बड़ा जाता है.
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