धरती पर मौजूद हैं ये दो छिपी हुई रेखाएं, आखिर इसके पीछे का विज्ञान क्या है
आपको बता दें, कर्क रेखा धरती को दो भागों में बांटती है. और यही कर्क रेखा भारत के भी बीचों बीच से गुजरती है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appअब आपको बताते हैं कि आखिर ये रेखाएं हमें दिखती क्यों नहीं. दरअसल, यह रेखाएं प्राकृतिक रूप से धरती पर पायी ही नहीं जाती हैं. बल्कि इंसान द्वारा काल्पनिक रूप से इन्हें खींचा गया है.
इंसान ने ये अपनी सुविधाओं के लिए किया है. जबकि असलियत में देखें तो इस धरती को दो हिस्सों में सिर्फ भूमध्य रेखा बांटती है. इसी को हम ज़ीरो डिग्री अक्षांश रेखा भी कहते हैं.
आपको बता दें, इसी भूमध्य रेखा के उत्तर को उत्तरी गोलार्ध और दक्षिण को दक्षिणी गोलार्ध कहा जाता है. जहां कर्क रेखा धरती के उत्तरी गोलार्द्ध में खींची गयी है जिसे 23.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश भी कहते है.
अब आपको बताते हैं कि आखिर इंसानों ने काल्पनिक रेखाएं क्यों खींची. आपको बता दें, इन रेखाओं को खींचने के पीछे यह कारण था कि इससे धरती को समझने में आसानी होती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि धरती को समझने के लिए इसे सिर्फ अक्षांश रेखा में ही नहीं बल्कि, देशांतर रेखाओं में भी बांटा गया है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -