एक्सप्लोरर
Interceptor Vehicle क्या है? हाईवे पर ये दिख जाए तो हो जाएं सतर्क, कट सकता है चालान!
How Interceptor Works: कई बार हाई-वे पर ओवरस्पीडिंग करने पर लोगों का चालान कट जाता है. क्या आप जानते हैं कि पुलिसवालों को एक चलते हुए व्हीकल की स्पीड का पता कैसे चलता है?

इंटरसेप्टर से ओवरस्पीडिंग का कैसे पता चलता है?
1/6

आपने हाईवेज अक्सर कुछ लोगों को लापरवाही से ओवरस्पीडिंग करते देखा होगा. ओवर स्पीडिंग पर लगाम लगाने के लिए अक्सर पुलिसवाले एक गाड़ी लेकर हाईवे पर खड़े हो जाते हैं.
2/6

यह गाड़ी पुलिसवालों को पीछे से आ रही गाड़ियों की स्पीड बताती है. अगर वह ओवरस्पीड पर होती है, तो पुलिसवाले उसका चालान काट देते हैं. अब सवाल बनता है कि इस गाड़ी से दूसरी गाड़ियों की स्पीड का पता कैसे चलता है? आइए जानते हैं.
3/6

दरअसल, पुलिसवालों के इंटरसेप्टर व्हीकल (Interceptor) में एक रडार बेस्ड कैमरा डिवाइस लगा होता है. इसका इस्तेमाल गाड़ियों की स्पीड और डिटेल्स पर नजर रखने के लिए होता है.
4/6

इसमें लगे HD कैमरा और रडार रोड पर आ रही कार की स्पीड और डिटेल्स 200 से 700 मीटर दूरी से ही कैप्चर कर लेते हैं. दरअसल, इसमें लगे रडार सिस्टम से रेडियो वेव्स निकलती हैं. जो रोड पर आ रही गाड़ी से टकराकर वापस आती हैं.
5/6

ये वापस आने वाली वेव्स को कैप्चर करता है और कैलकुलेशन के हिसाब से गाड़ी की स्पीड इसे ऑपरेट कर रहे पुलिसकर्मी को मॉनिटर पर दिखाता है.
6/6

अगर गाड़ी ओवरस्पीड होती है, तो पुलिसवाले या तो उस गाड़ी को रोक कर उसका चालान काट देते हैं या फिर इसी में लगे कैमरा की मदद से गाड़ी की नंबर प्लेट का फोटो खींचकर उसका चालान बना देते हैं.
Published at : 16 May 2023 03:33 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
दिल्ली NCR
इंडिया
बॉलीवुड
Advertisement


रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार
Opinion