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कौन सी हैं दुनिया की सबसे पावरफुल स्पेस एजेंसीज, नासा का किस नंबर पर आता है नाम?

नासा और इसरो को तो हम सभी जानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सबसे पावरफुल स्पेस एजेंसीज कौन-कौन सी हैं और इस लिस्ट में भारत की एजेंसी नासा का नाम कहां आता है? चलिए जानते हैं.

नासा और इसरो को तो हम सभी जानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया की सबसे पावरफुल स्पेस एजेंसीज कौन-कौन सी हैं और इस लिस्ट में भारत की एजेंसी नासा का नाम कहां आता है? चलिए जानते हैं.

दुनिया के 195 देशों में महज 77 देशों के पास स्पेस एजेंसीज हैं. जो सिर्फ 13 देशों के पास लॉन्चिंग कैपेबिलिटीज हैं. क्या आप जानते हैं कि दुनिया की टॉप स्पेस एजेंसीज के बारे में और इनमें भारत का क्या स्थान है.

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दुनिया में सबसे टॉप पर अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का नाम आता है. इसकी स्थापना 1957 में हुई थी. नासा (National Aeronautics and Space Administration) अमेरिका की प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसी है. नासा की प्रमुख उपलब्धियों में अपोलो चंद्रमा मिशन, मार्स रोवर्स, और हबल स्पेस टेलीस्कोप शामिल हैं. इसकी अत्याधुनिक तकनीक और विशाल बजट इसे अंतरिक्ष अन्वेषण में एक प्रमुख शक्ति बनाते हैं.
दुनिया में सबसे टॉप पर अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का नाम आता है. इसकी स्थापना 1957 में हुई थी. नासा (National Aeronautics and Space Administration) अमेरिका की प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसी है. नासा की प्रमुख उपलब्धियों में अपोलो चंद्रमा मिशन, मार्स रोवर्स, और हबल स्पेस टेलीस्कोप शामिल हैं. इसकी अत्याधुनिक तकनीक और विशाल बजट इसे अंतरिक्ष अन्वेषण में एक प्रमुख शक्ति बनाते हैं.
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इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) का नाम आता है. इसकी स्थापना 1975 में हुई थी. ईएसए (European Space Agency) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो यूरोपीय देशों के बीच अंतरिक्ष कार्यक्रमों का समन्वय करता है. ESA के प्रमुख मिशनों में पृथ्वी अवलोकन उपग्रह, रोवर्स, और अंतरिक्ष यान शामिल हैं। इसके महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स में गैलीलियो उपग्रह प्रणाली और रोसेटा मिशन शामिल हैं, जो इसके वैज्ञानिक और तकनीकी क्षमता को दर्शाते हैं.
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) का नाम आता है. इसकी स्थापना 1975 में हुई थी. ईएसए (European Space Agency) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो यूरोपीय देशों के बीच अंतरिक्ष कार्यक्रमों का समन्वय करता है. ESA के प्रमुख मिशनों में पृथ्वी अवलोकन उपग्रह, रोवर्स, और अंतरिक्ष यान शामिल हैं। इसके महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स में गैलीलियो उपग्रह प्रणाली और रोसेटा मिशन शामिल हैं, जो इसके वैज्ञानिक और तकनीकी क्षमता को दर्शाते हैं.
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चीन नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन का नाम इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर आता है. इसकी स्थापना 1993 में हुई थी. चीन की राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (China National Space Administration) सीएनएसए (China National Space Administration) तेजी से बढ़ती अंतरिक्ष एजेंसी है. इसके प्रमुख मिशनों में चांग'ई चंद्रमा मिशन, तियान्गोंग स्पेस स्टेशन और मार्स रोवर तियानवेन-1 शामिल हैं. सीएनएसए की महत्वाकांक्षी योजनाएं और बढ़ते बजट इसे अंतरिक्ष अन्वेषण में एक प्रमुख एजेंसी बनाते हैं.
चीन नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन का नाम इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर आता है. इसकी स्थापना 1993 में हुई थी. चीन की राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (China National Space Administration) सीएनएसए (China National Space Administration) तेजी से बढ़ती अंतरिक्ष एजेंसी है. इसके प्रमुख मिशनों में चांग'ई चंद्रमा मिशन, तियान्गोंग स्पेस स्टेशन और मार्स रोवर तियानवेन-1 शामिल हैं. सीएनएसए की महत्वाकांक्षी योजनाएं और बढ़ते बजट इसे अंतरिक्ष अन्वेषण में एक प्रमुख एजेंसी बनाते हैं.
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इसके बाद चौथे नंबर पर रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी का नाम आता है. 1992 में स्थापित हुई रोस्कोस्मोस (Russian Federal Space Agency) रूस की प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसी है, जो अंतरिक्ष अन्वेषण और मानवयुक्त मिशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसकी प्रमुख उपलब्धियों में सोयुज और प्रोग्रेस अंतरिक्ष यान, और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के साथ सहयोग शामिल हैं. रूस की लंबे समय से चली आ रही अंतरिक्ष यात्रा की विरासत इसे एक प्रमुख शक्ति बनाती है.
इसके बाद चौथे नंबर पर रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी का नाम आता है. 1992 में स्थापित हुई रोस्कोस्मोस (Russian Federal Space Agency) रूस की प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसी है, जो अंतरिक्ष अन्वेषण और मानवयुक्त मिशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इसकी प्रमुख उपलब्धियों में सोयुज और प्रोग्रेस अंतरिक्ष यान, और इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के साथ सहयोग शामिल हैं. रूस की लंबे समय से चली आ रही अंतरिक्ष यात्रा की विरासत इसे एक प्रमुख शक्ति बनाती है.
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इस लिस्ट में पांचवे नंबर पर भारतीय स्पेस एजेंसी इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन का नाम आता है. जिसकी स्थापना 1969 में हुई थी. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation) आईएसआरओ (ISRO) ने कम बजट में प्रभावशाली अंतरिक्ष मिशन लॉन्च किए हैं. इसके प्रमुख मिशनों में मंगलयान, चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 शामिल हैं. आईएसआरओ की लागत-कुशल तकनीक और प्रभावशाली अनुसंधान इसे अंतरिक्ष विज्ञान में एक प्रमुख एजेंसी बनाते हैं.
इस लिस्ट में पांचवे नंबर पर भारतीय स्पेस एजेंसी इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन का नाम आता है. जिसकी स्थापना 1969 में हुई थी. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation) आईएसआरओ (ISRO) ने कम बजट में प्रभावशाली अंतरिक्ष मिशन लॉन्च किए हैं. इसके प्रमुख मिशनों में मंगलयान, चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 शामिल हैं. आईएसआरओ की लागत-कुशल तकनीक और प्रभावशाली अनुसंधान इसे अंतरिक्ष विज्ञान में एक प्रमुख एजेंसी बनाते हैं.

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