कैश निकालने पर फीस से लेकर नगद लेनदेन पर भारी जुर्माना, 1 अप्रैल से होने वाले हैं ये पांच बड़े बदलाव
जनधन खातों, बेसिक सेविंग अकाउंट और कॉरपोरेट सैलरी प्लान (किसी कंपनी के सभी कर्मचारियों का सैलरी खाता) को छोड़ बाकी खातों में हर महीने कम से कम औसत बकाया यानी मंथली एवरेज बैलेंश के लिए नयी शर्तें कुछ ऐसी हैं: मेट्रो शहर- 5000 रुपये, महानगरों को छोड़ बाकी शहर- 3000 रुपये, अर्द्ध शहरी इलाकों के लिए- 2000 रुपये.
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View In App5. पहली अप्रैल से भारतीय स्टेट बैंक की सेवाओं के लिए शुल्क में बदलाव होगा- जनधन खातों समेत वित्तीय समावेशन कि लिए खोले गए खातों को छोड़ बाकी सभी सेविग्स बैंक अकाउंट में तीन बार नगद लेन-दन पर कोई फीस नहीं लगेगी लेकिन उसके बाद हर लेन-देन पर फीस देनी होगी. ये फीस सर्विस टैक्स मिलाकर 57 रुपये 50 पैसे बनती है. गौर करने की बात ये है कि ये शर्त केवल उस परिस्थिति में लागू होगी जब आप उसी शाखा में जाते हैं जहां आपका बैंक खाता है. किसी भी दूसरे शाखा में जाने की सूरत में ये शर्त लागू नहीं होगी. एक और बात- सामान्य करेंट अकाउंट के लिए अलग शर्त होगी. वहां 25 हजार रुपये प्रति दिन तक लेन-देन की सूरत में कोई चार्ज नही लगेगा. इसके ऊपर की रकम पर कम से कम चार्ज 57 रुपये 50 पैसे लगेगा.
4. पहली अप्रैल से सिर्फ दो लाख रुपये नकद लेन-देन की सुविधा मिलेगी. इससे ज्यादा यदि कोई नकद दे तो भुगतान हासिल करने वालो को उतनी ही बराबर रकम जुर्माने के तौर पर चुकाने होगी. मसलन यदि किसी ने ढ़ाई लाख रुपये का नकद भुगतान किया तो जुर्माने की रकम ढ़ाई लाख रुपये होगी.
3. भारतीय स्टेट बैंक के पांच सहयोगी बैंक- स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर का विलय पहली अप्रैल से प्रभावी होंगा. मतलब ये इन पांचों बैंकों की शाखा और ग्राहक पहली अप्रैल से भारतीय स्टेट बैंक की शाखा और ग्राहक कहलाएंगे. नयी व्यवस्था में भारतीय स्टेट बैंक की 23 हजार शाखाएं होंगी और कुल 21 हजार एटीएम. सहयोगी बैंक के ग्राहकों को काफी कुछ सुविधाएं तो पहली अप्रैल से ही मिलने लगेगी लेकिन नॉन होम ब्रांच (जिस शाखा में आपका खाता है, उसके अलावा दूसरी शाखा) में जाकर लेन-देन की सुविधा हासिल करने में कुछ समय लगेगा.
एक अप्रैल से नया वित्त वर्ष शुरू हो जाएगा. ऐसे में कई चीज़ें बदल जाएंगी. इस गौलरी में आप जान सकते हैं कि पहली अप्रैल से क्या कुछ बदलने वाला है. 1. मोटर गाड़ियों पर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम करीब 50 फीसदी बढ़ेगा. बीमा रेग्युलेटर इरडा के वेबसाइट पर उपलब्ध मसौदे के मुताबिक प्रीमियम की पुरानी और नयी दर कुछ इस तरह होगी.
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