जल्लीकट्टू: हिंसक हुए प्रदर्शनकारी, थाने में खड़ी 25 गाड़ियों को लगाई आग, देखें तस्वीरें
फिलहाल जल्लीकट्टू पर लाए गए अध्यादेश को कानून में बदलने के लिए तमिलनाडु विधानसभा में सत्र चल रहा है. तमिलनाडु सरकार अध्यादेश को रिप्लेस करने के लिए बिल लेकर आई है. बिल के जरिए Prevention of Cruelty to Animals Act, 1960 में संशोधन किया जाएगा. ताकि जल्लीकट्टू पर कोई कभी कोई रोक न रहे.
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View In Appआपको बता दें कि पूरे राज्य में इस वक्त जल्लीकट्टू पर जंग हो रही है. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर बैन लगाया तो तमिलनाडु सरकार इसके खिलाफ अध्यादेश लेकर आई औऱ खेल को फिर से शुरु कराया. लेकिन परंपरा और संस्कृति के बीच ये भी सच है कि इसमें लोगों की जान जाती है. जल्लीकट्टू खेलने के दौरान कल दो लोगों की मौत भी हो चुकी है और विरोध प्रदर्शनों की वजह से दक्षिण रेलवे को अपनी 19 ट्रेनें कैंसल करनी पड़ी हैं.
प्रदर्शनकारियों ने थाने सहित वहां खड़ी बाइक और गाड़ियों में भी आग लगा दी. आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची गई हैं. पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे करीब 150 लोगों के हिरासत में ले लिया.
तमिलनाडु में जल्लीकट्टू को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. चेन्नई से लेकर कोयंबटूर हर जगह प्रदर्शनकारियों ने आज हिंसा और आगजनी का सहारा लिया. स्थिति को हाथ से बाहर जाते देख राज्य सरकार को केंद्र से मदद मांगनी पड़ी.
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि जल्लीकट्टू पर फिर रोक न लगे. सरकार पहले इसका फाइनल इंतजाम करे. तभी हम जलीकट्टू मनाएंगे. प्रदर्शनकारी, पशुओं के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वाली संस्था पेटा पर भी बैन की मांग कर रहे थे.
चेन्नई ही नहीं आज तमिलनाडु के दूसरे हिस्सों में जबर्दस्त हिंसा हुई है. मदुरै से लेकर कोयंबटूर हर जगह हिंसक प्रदर्शन हुए. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उन्हें अध्यादेश नहीं कानून चाहिए. जिससे इस समस्या का हमेशा के लिए खत्म किया जा सके.
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