जानें, Apple के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की मौत से जुड़ी हर बात
बता दें कि 28 तारीख की शाम एपल कंपनी के दो फोन भारत में शाम छह बजे से बेचे जाने शुरु हुए थे. विवेक एपल कंपनी के एरिया मैनेजर थे. उनके लिए ये बड़ा मौका था. वे रात में देर से ऑफिस से निकले थे.
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View In Appलखनऊ में एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी को पुलिस ने शुक्रवार को मार दिया. इस दौरान वो अपनी एक्सयूवी 500 से घर लौट रहे थे. तस्वीर: एएनआई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि ये कोई एनकाउंटर नहीं है. अगर जरूरत हुई तो मामले की सीबीआई जांच भी कराई जाएगी.
पुलिस ने गोली सीधे उनकी कार की ड्राइविंग सीट पर मारी और यह उनके सिर में जाकर लगी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. मृतक विवेक लखनऊ के मोमतीनगर इलाके में रहते थे. तस्वीर: एएनआई
यह मामला रात के करीब बारह बजे का है जब वह अपने घर जा रहे थे. मूल रुप से विवेक सुल्तानपुर के रहने वाले हैं. तस्वीर: एएनआई
कल्पना ने रोते हुए ये भी बताया कि घटना से पहले विवेक ने फोन पर बताया था कि वे सना को छोड़ने के बाद घर पहुंचेंगे. पत्नी ने आगे कहा, इसके बाद गोमती नगर इलाके में पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा, विवेक ने गाड़ी नहीं रोकी तो कांस्टेबल प्रशांत चौधरी ने उन पर गोली चलाई. इसके बाद विवेक की गाड़ी एक खंबे से टकरा गई. गंभीर हालत में विवेक को लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. घर में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं. तस्वीर: एएनआई
मृतक की पत्नी को जब सूचना मिली तो उन्हें बताया गया कि वे (विवेक तिवारी) एक लड़की के साथ कार में आपत्तिजनक हालत में थे. उन्होंने इसपर कहा कि पुलिस को ये किसने अधिकार दिया कि वो गाड़ी नहीं रोकने पर गोली चला दे? पत्नी ने सीएम योगी से जवाब मांगने हुए कड़ी कार्रवाई करने को कहा है. यदि वो आपत्तिजनक हालात में थे तो भी पुलिस गोली चलाने वाली कौन होती है? तस्वीर: एएनआई
घटना के वक्त मौजूद चश्मदीद सना ने मीडिया से कहा, कार कहीं नहीं रुकी बल्कि वो अपनी रफ्तार से चल रही थी. हो सकता है शायद उनके साथ एक लड़की बैठी थी और वो एरिया गोमती नगर था. वो (पुलिसवाला) गलत साइड से हमारे पास आया और बेवजह हम पर चिल्लाने लगा जिसका कोई मतलब नहीं था. तस्वीर: एएनआई
आरोपी पुलिसवाले प्रशांत चौधरी ने कहा, विवेक ने मुझे जान से मारने की मंशा से गाड़ी मेरी ऊपर चढ़ाई थी. जिसके बचावा में मैंने उनपर गोली चलाई. पुलिस ने मुझे मुजरिम साबित कर दिया है. मेरी मांग है कि मेरा मुकदमा लिखा जाए. जबतक मेरी एफआईआर कॉपी नहीं लिखी जाएगी, तबतक मैं यहां से नहीं जाउंगा. चाहे मैं यहीं मर जाऊं कोई दिक्कत नहीं है. तस्वीर: एएनआई
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