ऐसी स्कॉलरशिप्स जो आपके विदेश में पढ़ने के सपनों को करेंगी साकार
देश के कई युवा ऑक्सफोर्ड, कैब्रिज और हावर्ड जैसे विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों में पढ़ना चाहते हैं लेकिन पैसे की कमी के चलते उनका ये सपना कभी पूरा नही हो पाता है. लेकिन निराश न होइए. आज हम ऐसे ही जुझारु और मेधावी छात्रों के लिए भारत सरकार की कुछ छात्रवृत्ति(स्कॉलरशिप) के बारे में बता रहें हैं जिसकी मदद से आप अपना सपना पूरा कर सकते हैं.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appरमन-चर्पक फेलोशिप- 2013 में विज्ञान और तकनीकि विभाग, विदेश मंत्रालय और फ्रांस सरकार की सहयोग से रमन-चर्पक फेलोशिप दी जा रही है. इस योजना का उद्देश्य भारत और फ्रांस में शोध कार्य और डॉक्टरेट कर रहें छात्रों की मदद करना है. इसके तहत भारत और फ्रांस के छात्रों को एक दूसरे देश के विश्वविद्यालयों में रिसर्च का काम पूरा करने का मौका मिलता है. इस लिंक पर जा कर http://www.cefipra.org/Raman_Charpak.aspx इससे संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
एसईआरबी न्युटन-भाभा इंटरनेशनल फेलोशिप- इस योजना के तहत युके में साइंस, तकनीकि, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्र में पोस्ट डॉक्टरेट के स्तर का रिसर्च करने वाले छात्रों को यह छात्रवृत्ति दी जाती है. इसके तहत दो सालों में 99000 पाउंड की स्कॉलरशिप दी जाती है. इससे जुड़ी अन्य जानकारी इस लिंक http://www.serb.gov.in/snbi.php पर पा सकते हैं.
ओवरसीज पोस्टडॉक्टोरल स्कॉलरशिप: इस योजना का उद्देश्य भारत में विज्ञान और शोध के क्षेत्र में मजबूत बनाना है.इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने वाले छात्र के पास साइंस और इंजीनीयरिंग में पीएचडी की डिग्री होनी चाहिए. अमेरिका को छोड़ कर दुनिया के किसी भी विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र को यह स्कॉलरशिप दी जाती है. इससे जुड़ी अन्य जानकारी इस लिंक http://www.serb.gov.in/opf.php पर पा सकते हैं.
साइंस और टेक्नॉलिजी विभाग, भारत सरकार द्वारा ओवरसीज डॉक्टोरल फेलोशिप प्रोग्राम चलाया जा रहा है. इस योजना के तहत शोध करने वाले छात्रों को चार साल तक प्रति महीने दो हजार डॉलर मिलते हैं. इसके तहत अमेरिका, युके और कनाडा जैसे देशों की टॉप युनिवर्सिटी में साइंस, मेडिसीन और इंजीनीयरिंग के क्षेत्र में शोध कर रहे छात्रों को इसका लाभ मिल सकता है. आप इस लिंक पर जा कर http://www.serb.gov.in/odf.php इससे जुड़ी सभी जानकारी पा सकते हैं.
अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति योजना शुरु की गई है. अनुसूचित जाति के विदेश में मास्टर्स और पीएचडी करने वाले छात्रों को इस स्कॉलरशिप का लाभ मिल सकता है. अप्लाइड साइंस, सोशल साइंस, कृषि विज्ञान जैसे विषयों में पीएचडी और मास्टर्स कर रहे छात्रों को ये स्कॉलरशिप दी जाती है. इस योजना के तहत हर साल 100 लोगों को यह स्कॉलरशिप दी जाती है. इस स्कॉलरशिप को पाने वाले छात्र के परिवार की सलाना आय छह लाख से कम होनी चाहिए. इस योजना से जुड़ी सभी जानकारी आपको इस लिंक http://socialjustice.nic.in/SchemeList/Send/28?mid=24541 पर मिल जाएगी.
अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए जनजातीय मामलों(ट्राइबल अफेयर्स) के मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति(नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप) योजना शुरु की गई है. इस योजना का उद्देश्य विदेशी विश्वविद्यालयों में इंजीनियरिंग, साइंस और टेक्नॉलिजी के क्षेत्र में मास्टर्स, पीएचडी और डॉक्टरेट के बाद के शोध कार्यों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे प्रतिभाशाली छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है. हर साल 20 मेधावी छात्रों को यह स्कॉलरशिप दी जाती है. इस स्कॉलरशिप को पाने वाले छात्र के परिवार की सलाना आय छह लाख से कम होनी चाहिए. इस योजना से संबंधित सभी जरुरी जानकारी आपको इस लिंक पर https://tribal.nic.in/DivisionsFiles/Education/RevisedGuidelinesNOSST1718.pdf मिल जाएगी.
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