कितना हेल्दी ब्यूटी ट्रेंड है फेस स्टीम, फायदे ही नहीं हैं इसके नुकसान भी, जानें इस्तेमाल का सही तरीका
सॉफ्ट, ग्लोइंग और खूबसूरत स्किन पाने के लिए फेस स्टीम हेल्दी ब्यूटी ट्रेंड माना जाता है. चेहरे की डीप क्लीजिंग में यह मददगसार है. भाप लेने से त्वचा के रोमछिद्र खुलने लगते हैं और स्किन सेल्स बूस्ट होती हैं. इससे ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा बनता है और एजिंग भी स्लो हो जाती है. जिससे चेहरे पर निखार आता है और उसकी खूबसूरती बढ़ जाती है.
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View In Appस्किन ड्राई हो सकती है: ऐसे लोग जिनकी स्किन में ड्राईनेस है, उन्हें स्टीम लेने से बचना चाहिए. अगर ऐसे में स्टीम लिया जाए तो त्वचा में मौजूद एक्स्ट्रा ऑयल कम हो सकता है और यह रूखेपन का कारण बन सकता है. इससे स्किन पर रैशेज की समस्या भी हो सकती है.
ब्लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स की छुट्टी: फेस स्टीम से चेहरे पर नजर आने वाले ब्लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स की छुट्टी हो जाती है. इससे स्किन पोर्स खुल जाते हैं और स्किन पर जमा ब्लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स सॉफ्ट होने लगते हैं. ऐसे में उन्हें निकालना काफी आसान हो जाता है. ध्यान रहे हेड्स को निकालने के लिए किसी नुकीली चीज का इस्तेमाल न करें.
डीप फेस क्लीजिंग में हेल्प: स्किन लेयर्स में मौजूद गंदगी को साफ करने के लिए मसाज फायदेमंद होती है. फेस स्टीम के बाद ब्लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स को रिमूव करने के बाद सॉफ्ट स्क्रब को चेहरे पर लगाएं और करीब 15 मिनट तक मसाज करें. इससे स्किन पर मौजूद डस्ट आसानी से हट जाएगी और चेहरा क्लीन हो जाएगा.
नुकसान :बदल जाती है चेहरे की रंगत: अगर चेहरा खूबसूरत बनाने के चक्कर में ज्यादा देर तक फेस स्टीम लेते हैं तो इससे स्किन पर रेडनेस दिखने लगती है. चूंकि स्किन काफी सेंसेटिव होती है, इसलिए कभी भी ज्यादा देर तक स्टीम लेने से बचना चाहिए. वरना फायदे की बजाय नुकसान होने का जोखिम रहता है.
स्टीम बर्न का रिस्क: नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ ऑक्यूपेशनल सेफ्टी एंड हेल्थ के मुताबिक, स्टीम लेने से कई लोगों में स्टीम बर्न की समस्या भी देखने को मिली है. इससे एग्जिमा, सोराइसिस और अन्य इंफलामेटरी डिजीज का रिस्क बढ़ सकता है. हॉट टेमपरेचर ब्लड वेसल्स के डायलेशन भी हो सकता है.
स्किन ड्राई हो सकती है: ऐसे लोग जिनकी स्किन में ड्राईनेस है, उन्हें स्टीम लेने से बचना चाहिए. अगर ऐसे में स्टीम लिया जाए तो त्वचा में मौजूद एक्स्ट्रा ऑयल कम हो सकता है और यह रूखेपन का कारण बन सकता है. इससे स्किन पर रैशेज की समस्या भी हो सकती है.
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