सर्दियों में रोजाना डायबिटीज मरीजों को खाना चाहिए यह सब्जी, जानें कैसे करना है इस्तेमाल
इसके अलावा कोशिश करें कि ऐसी चीजें खाएं जो मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाएं. ऐसी ही एक चीज है लौकी. लौकी का सेवन करने से आपके शरीर में मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाने में मदद मिलती है. इसके अलावा, इसके फाइबर और रफेज पाचन प्रक्रिया को तेज करते हैं और ग्लूकोज के उत्पादन को नियंत्रित करते हैं. लेकिन आपको लौकी को ऐसे खाना चाहिए जिससे शरीर को इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा मिले.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appचीनी को तेजी से पचाता है: लौकी चीनी को पचाने में तेजी लाती है और पाचन प्रक्रिया को तेज करती है। इसके अलावा यह इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाती है, जिससे चीनी अपने आप तेजी से पच जाती है। इसके अलावा लौकी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह आसानी से पच जाती है।
फास्टिंग ग्लूकोज भी होगा कंट्रोल: लौकी फास्टिंग ग्लूकोज को कंट्रोल करने में मदद करती है. फास्टिंग ग्लूकोज का एक बड़ा कारण लंबे समय तक कब्ज रहना है जिससे शुगर कंट्रोल करने में दिक्कत होती है. इसलिए जब आप लौकी चोखा खाते हैं तो यह कब्ज की समस्या को कम करने और फास्टिंग शुगर को कम करने में मदद करता है. इसलिए इन सभी कारणों से डायबिटीज से पीड़ित लोगों को लौकी चोखा जरूर खाना चाहिए.
डायबिटीज के मरीजों को लौकी इसलिए खानी चाहिए ताकि उसका फाइबर और रफेज खत्म न हो. इसके अलावा लौकी का सेवन इस तरह से करना चाहिए कि उसमें मौजूद पानी खत्म न हो.
डायबिटीज में आप लौकी का सेवन कई तरह से कर सकते हैं.आप इसका सेवन चोखा, सूप, जूस या सब्जी के तौर पर कर सकते हैं. इसके अलावा आप इसका पराठा भी खा सकते हैं.
ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करता है. सर्दियों में रोजाना लॉकी खाने से होते हैं फायदे.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -