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क्या आपको भी आती है ज्यादा नींद, हो जाइए सतर्क, नॉर्मल नहीं है आपकी ये आदत
ज्यादा सोना सेहत के लिए खतरनाक है. अगर आप रात में पूरी नींद ले रहे हैं और बावजूद इसके दिन में नींद आ रही है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए, क्योंकि यह बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है.
![ज्यादा सोना सेहत के लिए खतरनाक है. अगर आप रात में पूरी नींद ले रहे हैं और बावजूद इसके दिन में नींद आ रही है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए, क्योंकि यह बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/982ac5510c526e8ac5602f40013c27c31719367620709506_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
ज्यादा सोना सेहत के लिए खतरनाक है. अगर आप रात में पूरी नींद ले रहे हैं और बावजूद इसके दिन में नींद आ रही है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए, क्योंकि यह बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है.
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![ज्यादा और कम सोना दोनों ही सेहत के लिए खतरनाक है. कुछ लोगों में ज्यादा सोने और कुछ में कम सोने की आदत होती है. कुछ लोग रात में 8 से 10 घंटे सोते हैं लेकिन बावजूद इसके दिन में भी सोने का मन करता है. यह आदत ठीक नहीं है.ओवर स्लीपिंग (Oversleeping Effect) का कारण हाइपरसोमनिया (Hypersomnia) नाम की बीमारी हो सकती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/eb66da0eab3c30617fba5c589c1c25523c15a.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
ज्यादा और कम सोना दोनों ही सेहत के लिए खतरनाक है. कुछ लोगों में ज्यादा सोने और कुछ में कम सोने की आदत होती है. कुछ लोग रात में 8 से 10 घंटे सोते हैं लेकिन बावजूद इसके दिन में भी सोने का मन करता है. यह आदत ठीक नहीं है.ओवर स्लीपिंग (Oversleeping Effect) का कारण हाइपरसोमनिया (Hypersomnia) नाम की बीमारी हो सकती है.
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![इस बीमारी में रात में भरपूर नींद के बावजूद दिन में नींद आती रहती है.कई बार तो काम करते समय भी नींद आती है. चलिए जानते हैं यह बीमारी क्या होती है और कितनी खतरनाक है...](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/926cf21a3c6c70eac6b2378a9a7c90e23e0f7.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इस बीमारी में रात में भरपूर नींद के बावजूद दिन में नींद आती रहती है.कई बार तो काम करते समय भी नींद आती है. चलिए जानते हैं यह बीमारी क्या होती है और कितनी खतरनाक है...
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![हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, इस बीमारी का सही कारण क्या है इसकी कोई सटीक जानकारी आजतक नहीं मिली है. हालांकि, कुछ रिसर्च में पता चला है कि जेनेटिक वजहों से भी यह बीमारी हो सकती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/2ee50a74518aae19ba192d108358f9cd46ac7.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, इस बीमारी का सही कारण क्या है इसकी कोई सटीक जानकारी आजतक नहीं मिली है. हालांकि, कुछ रिसर्च में पता चला है कि जेनेटिक वजहों से भी यह बीमारी हो सकती है.
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![अगर कोई मोटापे का शिकार है तो उसे यह बीमारी अपनी चपेट में जल्दी लेता है. कई केस में पार्किंसंस डिजीज के कारण भी ऐसा हो सकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/089684bdb2116c59af3ff9018ebbc2341acf2.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अगर कोई मोटापे का शिकार है तो उसे यह बीमारी अपनी चपेट में जल्दी लेता है. कई केस में पार्किंसंस डिजीज के कारण भी ऐसा हो सकता है.
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![मनोरोग विशेषज्ञ के मुताबिक, मानसिक स्थिति ठीक न होने के चलते आजकल लोग डिप्रेशन में जा रहे हैं. इसका भी उल्टा प्रभाव पड़ सकता है. जिसकी वजह से हाइपरसोमनिया की चपेट में आ सकते हैं. किसी भी उम्र में यह परेशानी हो सकती है. लेकिन सबसे ज्यादा केस 30 से 40 साल की उम्र वालों में होता होता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/06/26/51536e8455ad39c211d3b1e39300be4d01627.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मनोरोग विशेषज्ञ के मुताबिक, मानसिक स्थिति ठीक न होने के चलते आजकल लोग डिप्रेशन में जा रहे हैं. इसका भी उल्टा प्रभाव पड़ सकता है. जिसकी वजह से हाइपरसोमनिया की चपेट में आ सकते हैं. किसी भी उम्र में यह परेशानी हो सकती है. लेकिन सबसे ज्यादा केस 30 से 40 साल की उम्र वालों में होता होता है.
Published at : 26 Jun 2024 09:03 AM (IST)
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तहसीन मुनव्वरवरिष्ठ पत्रकार
Opinion