दिन में सिर्फ 1 घंटे का मौन रखने से लाइफ में नजर आने लगेंगे ये पांच बदलाव, सेहत भी होगी चुस्त और दुरुस्त
पहले के जमाने में अपने कई लोगों को देखा होगा कि लोग घंटे तक मौन रहकर साधना करते थे, जिसे आजकल मेडिटेशन का नाम भी दिया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मौन रहने के फायदे क्या होते हैं? अगर नहीं, तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कैसे केवल 1 घंटे तक साइलेंट यानी कि मौन रहने से आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ इंप्रूव हो सकती है, इतना ही नहीं आपका सेल्फ कॉन्फिडेंस भी कैसे बढ़ता है आइए हम आपको बताते हैं.
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View In Appब्लड प्रेशर को कम करने के लिए भी मौन व्रत बहुत फायदेमंद होता है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि जब आप रिलैक्स मूड में कुछ समय के लिए शांत बैठते हैं, तो इससे शरीर का ब्लड फ्लो कंट्रोल होता है और हार्ट डिजीज के खतरे को भी कम किया जा सकता है.
साइलेंट रहना एक पावरफुल थेरेपी है, जब आप पूरे दिन में केवल 1 घंटे तक शांत बैठकर केवल चिंतन करते हैं तो इससे आपका दिमाग तेज होता है और आपके सोचने समझने की क्षमता बढ़ती है. इसलिए दिमाग को तेज करने के लिए एक्सपर्ट्स भी मौन साधना करने की सलाह देते हैं.
अगर आप दिन भर चपड़-चपड़ बात करते रहते हैं, तो उससे आप एग्जास्ट हो जाते हैं और आपकी एनर्जी भी बहुत कम हो जाती है. ऐसे में अगर आप कुछ देर मौन रहते हैं, तो यह आपको रिलैक्स करता है. इतना ही नहीं काम करने की एनर्जी भी देता है, इससे आप दिन भर एनर्जेटिक रहते हैं और मौन रखने के बाद आपका मन भी शांत हो जाता है.
दिन में 1 घंटे मौन रहने से आप अपनी हिडन क्रिएटिविटी की तलाश कर सकते हैं. जी हां, दिनभर की भागदौड़ में कभी भी हम अपनी क्रिएटिविटी के बारे में सोच नहीं पाते हैं, लेकिन जब आप शांत माहौल में बैठकर कुछ समय के लिए चिंतन करते हैं तो आप अपनी बेहतर साइड को देख पाते हैं और इससे आपकी क्रिएटिविटी भी डेवलप होती है.
मौन रहने से आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स पर भी पॉजिटिव इफेक्ट पड़ता है. जी हां, अगर आप कुछ समय के लिए शांत रहकर गहन चिंतन करते हैं, तो आप लोगों की बात सुनना भी सीखते हैं और लोगों को सुनने के बाद जब आप कम्युनिकेशन करते हैं, तो इससे एक बटर टू वे कम्युनिकेशन होता है.
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