कब नहीं पीनी चाहिए कॉफी, एक सिप भी बन सकती है 'जहर', पूरी तरह करें अवॉयड
सुबह-सुबह एनर्जी के लिए कई लोग अपने दिन की शुरुआत एक कप कॉफी से करते हैं. इसके कई फायदे हैं. ब्रिटेन में हुई एक स्टडी के अनुसार, कॉफी अगर लिमिट में पी जाए तो मौत की आशंका करीब 10 साल तक कम हो सकती है. इससे मूड भी रिफ्रेश होता है. हालांकि, कॉफी के सिर्फ फायदे नहीं नुकसान भी हैं. ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों का कहना है, हर दिन 6 कप से ज्यादा कॉफी ब्रेन को सीधे तौर पर प्रभावित कर सकती है. इससे डिमेंशिया यानी याददाश्त कम होने का खतरा 58% तक रहता है. स्ट्रेस भी बढ़ सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, कॉफी थकान मिटाने के लिए फायदेमंद हो सकती है लेकिन 5 तरह की बीमारियों में इसे अवॉयड करना ही बेहतर होता है. इन हेल्थ कंडीशन में कॉफी खतरनाक हो सकती है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appस्ट्रेस और अनिद्रा : कॉफी में कैफीन पाया जाता है, जो स्ट्रेस या नींद की परेशानी से जूझ रहे मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है. कैफीन नवर्स सिस्टम को एक्टिव कर हार्ट बीट को तेज कर देता है. जिससे तनाव महसूस हो सकता है. सोने से पहले कॉफी पीने से नींद उड़ सकती है.
आयरन की कमी : अगर शरीर में आयरन की कमी है तो कॉफी गलती से भी नहीं पीनी चाहिए. दरअसल, कॉफी आयरन के अवशोषण में रुकावट का कारण बनती है. खासकर तब जब इसे खाने के साथ लिया जाता है. कॉफी में पाया जाने वाला टैनिन आयरन से जुड़कर शरीर के अवशोषित होने से रोक देता है. इससे शरीर में आयरन की कमी हो कमी हो सकती है.
प्रेगनेंसी में अवॉयड करें कॉफी: प्रेगनेंसी में कॉफी को अवॉयड करने में ही भलाई है. दरअसल, इस दौरान कैफीन से दूर ही रहना चाहिए, क्योंकि यह बच्चे की ग्रोथ और हेल्थ को प्रभावित कर सकता है. रिसर्च में पाया गया है कि गर्भावस्था में ज्यादा कैफीन प्रीटर्म जन्म, कम वजन के बच्चे और मिसकैरेज के रिस्क को बढ़ा सकता है. एक्सपर्ट्स की सलाह है कि गर्भवती महिलाओं को दिन में 200 मिलीग्राम से ज्यादा कैफीन नहीं लेना चाहिए. मतलब एक छोटी कप कॉफी ही पीनी चाहिए.
हाइपरटेंशन: कैफीन से ब्लड प्रेशर काफी ज्यादा बढ़ सकता है, क्योंकि इसकी वजह से हार्ट और ब्लड वेसेल्स पर दबाव बढ़ता है. अगर किसी को बीपी की समस्या नहीं है और वह ज्यादा कॉफी पीता है तो उसमें इसका खतरा बढ़ सकता है.
एसिड रिफ्लक्स अगर किसी को एसिड रिफ्लक्स या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज है और वह कॉफी पीता है तो उसकी समस्याएं बढ़ सकती हैं. दरअसल, कॉफी में मौजूद कैफीन और एसिड पेट में एसिड का प्रोडक्शन बढ़ाकर हार्टबर्न और रिफ्लक्स का कारण बन सकते हैं. इससे सूजन और चेस्ट पेन की समस्याएं भी हो सकती हैं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -