मोटापे की कौन सी स्टेज में हैं आप? जान लेंगे तो नहीं होंगी खतरनाक बीमारियां
मोटापा एक बेहद गंभीर समस्या है. इसकी वजह से कई सीरियस बीमारियां हो सकती हैं. इसलिए इसे कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए. एक रिसर्च में पता चला है कि कैंसर की तरह ही मोटापे की भी स्टेज होती है. इसी के हिसाब से इसकी गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है. नेशनल डायबिटीज ओबेसिटी एंड कोलेस्ट्रॉल फाउंडेशन, फोर्टिस अस्पताल और एम्स दिल्ली ने मोटापे को अलग तरह से बताया है, ताकि मोटापे से होने वाली समस्याओं का सही तरह से इलाज किया जा सके.
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View In App2022-23 में हुए इस शोध में युवा, बुजुर्ग और महिलाओं को शामिल किया गया. इसमें मोटापे (Obesity) से होने वाली बीमारियों जैसे डायबिटीज, हार्ट डिजीज को बारीकी से समझा गया.
साल 2009 में मोटापे को लेकर गाइडलाइंस बनाई गई थी. जिसके अनुसार, BMI के अनुसार ही मोटापे की परिभाषा तय की गई थी. इसमें पाया गया कि अगर किसी का बीएमआई 23 से ज्यादा है तो वह मोटापे की चपेट में है.हालांकि, अब नए रिसर्च में मोटापे को दो स्टेज में बांटा गया है. दोनों के लिए शुरुआती मानदंड BMI 23 से ज्यादा रखा गया है. इसमें पहला- इनोसियस ओबेसिटी और दूसरा- ओबेसिटी विद कंसिक्वेंसेज है.
इसे साधारण मोटापा कहता है. इसकी बीएमआई 23 किलोग्राम/वर्ग मीटर के हिसाब से तय किया गया है लेकिन इससे अंगों या रोजमर्रा के कामों पर किसी तरह का असर नहीं पड़ता है लेकिन इसे कंट्रोल नहीं करने यानी बीएमआई 23 से कम नहीं करने पर परिणाम गंभीर भी हो सकते हैं.
इस मोटापे का असर शरीर और कई अंगों पर पड़ता है. इसमें कमर बढ़ना या कमर-छाती ज्यादा चौड़ा होना या अन्य समस्याएं हो सकती हैं. इसमें कई बीमारियों का खतरा बढ़ता है. इसकी वजह से डायबिटीज-हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
नई स्टडी की मदद से मोटापे का सही तरह पता लगाकर सही इलाज करवा सकते हैं। इसमें बीएमआई ही नहीं, पेट के आसपास जमा चर्बी से भी मोटापे को समझा जा सकेगा और आने वाले समय में होने वाली गंभीर बीमारियों का समय पर पता लगाकार इलाज हो सकेगा.
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