एक्सप्लोरर

Schizophrenia : अलग ही दुनिया में रहते हैं इस बीमारी के मरीज, लोगों से दूर अकेलेपन की जीते हैं जिंदगी

एक ऐसी मानसिक बीमारी जो इंसान को अकेला कर देती है. इससे पीड़ित इंसान हर किसी से कटा-कटा रहता है और अकेले में बड़बड़ाता रहता है. उसे लगता है कि बाकी लोग उसके खिलाफ हैं.

एक ऐसी मानसिक बीमारी जो इंसान को अकेला कर देती है. इससे पीड़ित इंसान हर किसी से कटा-कटा रहता है और अकेले में बड़बड़ाता रहता है. उसे लगता है कि बाकी लोग उसके खिलाफ हैं.

सिजोफ्रेनिया के लक्षण

1/7
सिजोफ्रेनिया...एक ऐसा डिसऑर्डर जिससे पीड़ित इंसान सबके साथ रहते हुए भी अलग ही दुनिया में रहता है. वह सभी से कटा-कटा रहता है, अकेले बैठकर खुद से ही बातें करता रहता है. यह एक तरह की मेंटल प्रॉब्लम होती है. अगर समय पर इस बीमारी का इलाज न कराया जाए तो स्थिति गंभीर हो सकती है. आइए जानते हैं आखिर सिजोफ्रेनिया (Schizophrenia) क्या है, यह कैसे होता है और इसका इलाज क्या है.
सिजोफ्रेनिया...एक ऐसा डिसऑर्डर जिससे पीड़ित इंसान सबके साथ रहते हुए भी अलग ही दुनिया में रहता है. वह सभी से कटा-कटा रहता है, अकेले बैठकर खुद से ही बातें करता रहता है. यह एक तरह की मेंटल प्रॉब्लम होती है. अगर समय पर इस बीमारी का इलाज न कराया जाए तो स्थिति गंभीर हो सकती है. आइए जानते हैं आखिर सिजोफ्रेनिया (Schizophrenia) क्या है, यह कैसे होता है और इसका इलाज क्या है.
2/7
सिजोफ्रेनिया एक ऐसी बीमारी है, जिससे पीड़ित मरीज बिना कुछ सोचे-समझे ही बोलने लगता है. वह हर बात को लेकर कंफ्यूज रहता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, हमारे दिमाग में डोपामाइन नाम का न्यूरोट्रांसमीटर होता है, जो दिमाग और शरीर में तालमेल बैठाता है.
सिजोफ्रेनिया एक ऐसी बीमारी है, जिससे पीड़ित मरीज बिना कुछ सोचे-समझे ही बोलने लगता है. वह हर बात को लेकर कंफ्यूज रहता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, हमारे दिमाग में डोपामाइन नाम का न्यूरोट्रांसमीटर होता है, जो दिमाग और शरीर में तालमेल बैठाता है.
3/7
जब किसी कारण दिमाग में डोपामाइन केमिकल जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है, तब सिजोफ्रेनिया होता है. इस बीमारी के मुख्य रूप से दो कारण हैं. पहला-जेनेटिक और दूसरा घर या आसपास का माहौल. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सिजोफ्रेनिया के न्यूरोलॉजिकल कारण भी हो सकते हैं.
जब किसी कारण दिमाग में डोपामाइन केमिकल जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है, तब सिजोफ्रेनिया होता है. इस बीमारी के मुख्य रूप से दो कारण हैं. पहला-जेनेटिक और दूसरा घर या आसपास का माहौल. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सिजोफ्रेनिया के न्यूरोलॉजिकल कारण भी हो सकते हैं.
4/7
WHO के मुताबिक, दुनिया में करीब 20 लाख लोग सिजोफ्रेनिया की चपेट में हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर किसी के बिहैवियर में बदलाव आ रहा है तो तुरंत डॉक्टर को पास जाना चाहिए. इससे हालात संभल सकता है.
WHO के मुताबिक, दुनिया में करीब 20 लाख लोग सिजोफ्रेनिया की चपेट में हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर किसी के बिहैवियर में बदलाव आ रहा है तो तुरंत डॉक्टर को पास जाना चाहिए. इससे हालात संभल सकता है.
5/7
सिजोफ्रेनिया के मरीजों को ऐसी आवाजें सुनाई देती हैं, जो होती ही नहीं हैं.  उन्हें लगता है कि उनके खिलाफ कोई साजिश कर रहा है. वह डॉक्ट के पास जाने से बचता है, उसे लगता है कि डॉक्टर जहर का इंजेक्शन देकर उसे मार देना चाहते हैं. ऐसी स्थिति में आत्महत्या का ख्याल भी आता है. उसके अंदर शक बना रहता है. वह किसी काम पर फोकस नहीं कर पाता है.
सिजोफ्रेनिया के मरीजों को ऐसी आवाजें सुनाई देती हैं, जो होती ही नहीं हैं. उन्हें लगता है कि उनके खिलाफ कोई साजिश कर रहा है. वह डॉक्ट के पास जाने से बचता है, उसे लगता है कि डॉक्टर जहर का इंजेक्शन देकर उसे मार देना चाहते हैं. ऐसी स्थिति में आत्महत्या का ख्याल भी आता है. उसके अंदर शक बना रहता है. वह किसी काम पर फोकस नहीं कर पाता है.
6/7
यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर की स्टडी में पाया गया कि विटामिन बी वाले सप्लीमेंट्स सिजोफ्रेनिया में फायदेमंद हो सकते हैं. विटामिन B6, B8, B12 सप्लीमेंट्स सिजोफ्रेनिया के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं. इस बीमारी का इलाज दवाईयों, साइकोलॉजिकल सपोर्ट थेरेपी और काउंसलिंग से भी हो सकती है.
यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर की स्टडी में पाया गया कि विटामिन बी वाले सप्लीमेंट्स सिजोफ्रेनिया में फायदेमंद हो सकते हैं. विटामिन B6, B8, B12 सप्लीमेंट्स सिजोफ्रेनिया के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं. इस बीमारी का इलाज दवाईयों, साइकोलॉजिकल सपोर्ट थेरेपी और काउंसलिंग से भी हो सकती है.
7/7
डॉक्टर्स के अनुसार, सबसे पहले मरीज के स्ट्रेस ट्रिगर्स को पहचानना चाहिए और उसे एक्सरसाइज, मेडिटेशन, ब्रीडिंग एक्सरसाइज, योगा, बैलेंस डाइट के लिए मोटिवेट करना चाहिए. ऐसे मरीजों से प्यार से व्यवहार करना चाहिए, जो उसे काफी मदद कर सकती है. उसे उसके पसंदीदा काम करवाने चाहिए.
डॉक्टर्स के अनुसार, सबसे पहले मरीज के स्ट्रेस ट्रिगर्स को पहचानना चाहिए और उसे एक्सरसाइज, मेडिटेशन, ब्रीडिंग एक्सरसाइज, योगा, बैलेंस डाइट के लिए मोटिवेट करना चाहिए. ऐसे मरीजों से प्यार से व्यवहार करना चाहिए, जो उसे काफी मदद कर सकती है. उसे उसके पसंदीदा काम करवाने चाहिए.

हेल्थ फोटो गैलरी

हेल्थ वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

महाराष्ट्र चुनाव में बना ऐसा रिकॉर्ड, चुनाव आयोग की हो गई बल्ले-बल्ले! BJP ने यहां भी किया 'खेल'
महाराष्ट्र चुनाव में बना ऐसा रिकॉर्ड, चुनाव आयोग की हो गई बल्ले-बल्ले! BJP ने यहां भी किया 'खेल'
‘क्रिएटिव गाइडलाइन बनाने की जरूरत’, एयर इंडिया फ्लाइट में पेशाब कांड पर केंद्र और DGCA से बोला सुप्रीम कोर्ट
‘क्रिएटिव गाइडलाइन बनाने की जरूरत’, एयर इंडिया फ्लाइट में पेशाब कांड पर केंद्र और DGCA से बोला सुप्रीम कोर्ट
क्रिस्टल डिसूजा ने गुलाम गौस संग डेटिंग पर तोड़ी चुप्पी, कहा- 'जिसके पास दिमाग होगा वो समझ जाएगा'
क्रिस्टल डिसूजा ने गुलाम गौस संग डेटिंग पर तोड़ी चुप्पी, कह दी ऐस बात
RCB से जुड़ते ही गरजा लियाम लिविंगस्टोन का बल्ला, 5 छक्के लगाकर टीम को दिलाई जीत 
RCB से जुड़ते ही गरजा लियाम लिविंगस्टोन का बल्ला, 5 छक्के लगाकर टीम को दिलाई जीत 
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Asaduddin Owaisi Exclusive: Sambhal हिंसा पर Sandeep Chaudhary के तीखे सवालों का दिया ओवैसी ने जवाबBigg Boss 18: Alice Kaushik हुई घर से Eliminate, Isha, Avinash-Vivian में से किसे देखना चाहेगी विनर?क्या Suhas Khamkar दिखते हैं Salman Khan जैसे? Drug Overdose पर बनी 'Rajveer' क्या लाएगी Change?Sunny Deol-Dharmendra कैसे करते हैं एक साथ काम? Nana Patekar के गुस्से पर क्या बोले Anil Sharma?

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
महाराष्ट्र चुनाव में बना ऐसा रिकॉर्ड, चुनाव आयोग की हो गई बल्ले-बल्ले! BJP ने यहां भी किया 'खेल'
महाराष्ट्र चुनाव में बना ऐसा रिकॉर्ड, चुनाव आयोग की हो गई बल्ले-बल्ले! BJP ने यहां भी किया 'खेल'
‘क्रिएटिव गाइडलाइन बनाने की जरूरत’, एयर इंडिया फ्लाइट में पेशाब कांड पर केंद्र और DGCA से बोला सुप्रीम कोर्ट
‘क्रिएटिव गाइडलाइन बनाने की जरूरत’, एयर इंडिया फ्लाइट में पेशाब कांड पर केंद्र और DGCA से बोला सुप्रीम कोर्ट
क्रिस्टल डिसूजा ने गुलाम गौस संग डेटिंग पर तोड़ी चुप्पी, कहा- 'जिसके पास दिमाग होगा वो समझ जाएगा'
क्रिस्टल डिसूजा ने गुलाम गौस संग डेटिंग पर तोड़ी चुप्पी, कह दी ऐस बात
RCB से जुड़ते ही गरजा लियाम लिविंगस्टोन का बल्ला, 5 छक्के लगाकर टीम को दिलाई जीत 
RCB से जुड़ते ही गरजा लियाम लिविंगस्टोन का बल्ला, 5 छक्के लगाकर टीम को दिलाई जीत 
Umpire Jobs: कैसे बनते हैं क्रिकेट अंपायर?, मिलती है लाखों-करोड़ों की सैलरी, ये है प्रक्रिया...पढ़ें डिटेल्स
कैसे बनते हैं क्रिकेट अंपायर?, मिलती है लाखों-करोड़ों की सैलरी, ये है प्रक्रिया...पढ़ें डिटेल्स
चिन्मय दास की गिरफ्तारी पर बांग्लादेश में बवाल! एक वकील की मौत, पुलिस ने दागे 'ग्रेनेड' और जमकर भांजी लाठियां
चिन्मय दास की गिरफ्तारी पर बांग्लादेश में बवाल! एक वकील की मौत, पुलिस ने दागे 'ग्रेनेड' और जमकर भांजी लाठियां
अच्छी सैलरी के बाद भी नहीं कर पा रहे बचत, यहां जानें पैसों से जुड़ी 5 आम गलतियां जो लोग अक्सर करते हैं
अच्छी सैलरी के बाद भी नहीं कर पा रहे बचत, यहां जानें पैसों से जुड़ी 5 आम गलतियां
यूपी का संभल 'धब्बा' नहीं टीका बन सकता है, बशर्ते उस पर राजनीति न हो
यूपी का संभल 'धब्बा' नहीं टीका बन सकता है, बशर्ते उस पर राजनीति न हो
Embed widget