Bulletproof Coffee: आपको एनर्जी से भर देगी बुलेटप्रूफ कॉफी, ज्यादा पीना खतरनाक भी, जानें इसके फायदे और नुकसान
बुलेटप्रूफ कॉफी क्या होती है: बुलेटप्रूफ कॉफी मक्खन और एमसीटी तेल से बनता है. इसे नए प्रकार का बटर कॉफी भी कह सकते हैं. तिब्बत में इसे काफी पसंद किया जाता है. इस कॉफी का नाम बहुत ही कम लोगों ने सुना है, हालांकि यह काफी लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है. बुलेटप्रूफ कॉफी वसायुक्त पेय है, जिसे पीने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं. वजन घटाने में यह कमाल का काम करता है.
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View In Appबुलेटप्रूफ कॉफी कैसे बनती है: हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार,हिमालय में रहने वाले लोग काफी समय से इस कॉफी का सेवन कर रहे हैं. इस कॉफी में बटर का यूज किया जाता है. इसलिए इसे बटर कॉफी भी कहते हैं. यह कॉफी अच्छी क्वालिटी के कॉफी बीन्स से बनाई जाती है. इसमें मीडियम चेन ट्राइग्लिसराइड घी की तरह काम करता है.
बुलेट कॉफी के नुकसान: हम सभी जानते हैं कि किसी भी चीज की अधिकता नुकसानदेय होती है. अगर आप भी ज्याद मात्रा में बुलेट कॉफी का सेवन करते हैं तो आपको अपनी डाइट पर भी फोकस करना चाहिए. मतलब इस कॉफी का सेवन करते हैं तो ज्यादा फैट्स के सेवन से बचें. बुलेट कॉफी शरीर को फैट बर्निंग मोड में रखती है लेकिन इनमें से किसी भी सामग्री का कोई पोषण नहीं होता है. ज्यादा मात्रा में इस कॉफी के इस्तेमाल से पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं.
बुलेटप्रूफ कॉफी के फायदे: हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि बुलेटप्रूप कॉफी फैट बर्न करने में काफी मदद करती है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट अच्छी-खासी मात्रा में पाए जाते हैं. जिससे शरीर की चर्बी कम कर मोटापा और वजन घटाने का काम करती हैं. वहीं, मक्खन के पोषक तत्व शरीर को फायदा पहुंचाते हैं. बटर कॉफी से सेहत को कई तरह के लाभ होता है.
बटर कॉफी को बुलेटप्रूफ कॉफी क्यों कहते हैं: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी बिजनेसमैन डेव एस्प्रे ने बटर कॉफी को पहली बार 2013 में बुलेट कॉफी कहा था. ये बात अलग है कि इस कॉफी का गोलियों से किसी तरह का कोई संबंध नहीं है. अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में इस कॉफी की ज्यादा खपत है. भारत में भी इसका ट्रेंड चल रहा है. कई बड़ी सेलिब्रिटीज इसका इस्तेमाल करती हैं.
कॉफी में क्यों डाला जाता है बटर: हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, हिमालय के शेरपा और इथोपिया के गुरेज समुदाय के लोग बहुत पहले से ही कॉफी में मक्खन का इस्तेमाल कर रहे हैं. ज्यादा ऊंचाई पर रहने के चलते वे एक्स्ट्रा एनर्जी के लिए वे ऐसा करते हैं. इतनी हाईट पर रहने से उन्हें काम करने के लिए ज्यादा कैलोरी की जरूरत पड़ती है.
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