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Hypersomnia: सोने के बाद असर करती है ये बीमारी, जानें क्या होते हैं इसके लक्षण
हाइपरसोमनिया तब होता है जब व्यक्ति को दिन में बहुत नींद आती है. यह नस संबंधी बीमारी हो सकती है. इसमें शरीर की नसें ठीक से काम नहीं करती है.
![हाइपरसोमनिया तब होता है जब व्यक्ति को दिन में बहुत नींद आती है. यह नस संबंधी बीमारी हो सकती है. इसमें शरीर की नसें ठीक से काम नहीं करती है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/20/9180fa013b0747dc45922a545b6e2e911721486301415593_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
हाइपरसोमनिया तब होता है जब व्यक्ति को दिन में बहुत नींद आती है. यह न्यूरोलॉजिकल कारणों या स्लीप एपनिया जैसी अन्य चिकित्सा स्थितियों के कारण हो सकता है, लेकिन कभी-कभी इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं होता है.
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![हाइपरसोमनिया से पीड़ित लोगों को नींद आने के कारण दिन में काम करने में कठिनाई होती है. जिससे एकाग्रता और एनर्जी का लेवल भी काफी ज्यादा प्रभावित होता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/20/d3ecbd134eb480782d7557a8eac5849d99752.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
हाइपरसोमनिया से पीड़ित लोगों को नींद आने के कारण दिन में काम करने में कठिनाई होती है. जिससे एकाग्रता और एनर्जी का लेवल भी काफी ज्यादा प्रभावित होता है.
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![हाइपरसोमनिया जिसे कभी-कभी हाइपरसोम्नोलेंस भी कहा जाता है.यह तब होता है जब कोई व्यक्ति पर्याप्त नींद लेने के बावजूद नींद महसूस करता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/20/b7af849ae2fe4a965eed6489c3d957d5f3e58.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
हाइपरसोमनिया जिसे कभी-कभी हाइपरसोम्नोलेंस भी कहा जाता है.यह तब होता है जब कोई व्यक्ति पर्याप्त नींद लेने के बावजूद नींद महसूस करता है.
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![यह किसी ऐसी स्थिति के कारण हो सकता है जो व्यक्ति की नींद लेने की क्षमता को प्रभावित करती है. जैसे कि अवसाद, डिप्रेशन और एंग्जायटी के कारण भी हो सकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/20/e2d385a4ff8381a08e9f881475708fae53a94.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
यह किसी ऐसी स्थिति के कारण हो सकता है जो व्यक्ति की नींद लेने की क्षमता को प्रभावित करती है. जैसे कि अवसाद, डिप्रेशन और एंग्जायटी के कारण भी हो सकता है.
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![हाइपरसोमनिया इडियोपैथिक, प्राइमरी या सेकेंडरी हो सकता है.इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया तब होता है जब कोई व्यक्ति बिना किसी स्पष्ट कारण के असाधारण रूप से नींद महसूस करता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/20/d2920d57d1412c08ffd6611c12cda19058200.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
हाइपरसोमनिया इडियोपैथिक, प्राइमरी या सेकेंडरी हो सकता है.इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया तब होता है जब कोई व्यक्ति बिना किसी स्पष्ट कारण के असाधारण रूप से नींद महसूस करता है.
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![प्राइमरी हाइपरसोमनिया तब होता है जब हाइपरसोमनिया मुख्य स्थिति होती है. यह न्यूरोलॉजिकल कारणों के कारण हो सकता है या नार्कोलेप्सी के लक्षण के रूप में हो सकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/07/20/889e4b52d8b9c71248cb1888d1bb3f32d2546.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
प्राइमरी हाइपरसोमनिया तब होता है जब हाइपरसोमनिया मुख्य स्थिति होती है. यह न्यूरोलॉजिकल कारणों के कारण हो सकता है या नार्कोलेप्सी के लक्षण के रूप में हो सकता है.
Published at : 20 Jul 2024 08:19 PM (IST)
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