Cancer Risk: फोन सिराहने रखकर सोते हैं तो जाग जाइए, हो सकता है ब्रेन कैंसर
आजकल हर पल मोबाइल फोन हमारे साथ रहता है. बड़ों से लेकर छोटे बच्चों तक दिनभर आंख गड़ाए रखते हैं. इसका हेल्थ पर निगेटिव असर पड़ता है. मोबाइल रेडिएशन ब्रेन को प्रभावित करता है. इससे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है. यहां तक की ब्रेन कैंसर भी हो सकता है.
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View In Appहेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे बचने के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल कम करना होगा. वहीं रात में सोते समय सिराहने या तकिये के नीचे फोन रखकर नहीं सोना चाहिए. जानिए मोबाइल फोन के नुकसान...
WHO के अनुसार, स्मार्टफोन से निकलने वाली आरएफ रेडिएशन ब्रेन कैंसर यानी ग्लिओमा के खतरे को बढ़ा रहा है.मोबाइल फोन से निकलने वाला आरएफ रेडिएशन ब्रेन के रिएक्शन टाइम ,स्लीप पैटर्न और ब्रेन एक्टिविटी को बुरी तरह से प्रभावित करता है.
फोन को पैंट के पॉकेट में लगातार रखने से इंफर्लिटी यानी प्रजनन क्षमता को नुकसान पहुंचा सकता है. स्मार्टफोन हार्ट में लगे पेसमेकर और हियरिंग एड को बुरी तरह प्रभावित करता है.
शोध में पाया गया है कि अगर दिन में दो से तीन घंटे तक फोन चलाया जाए तो कई समस्याओं से बच सकते हैं. ज्यादा स्क्रीन टाइम से गंभीर बीमारियां पैदा हो सकती हैं. इसलिए ज्यादा फोन चलाने से बचना चाहिए. सोते समय फोन को दूर रखना चाहिए और सोने से कम से कम एक घंटे पहले फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
नींद और मूड में हो सकता है बदलाव, एंग्जाइटी और स्ट्रेस की समस्या बढ़ सकती है, एकाग्रता बिगड़ सकती है गर्दन-कंधों में दर्द , सिरदर्द हो सकता है, आंखें खराब हो सकती हैं, आंखों के नीचे डार्क सर्कल आ सकेत हैं अंगूठे के स्क्रीन की समस्या हो सकती है ज्यादा हेडफोन लगाने से कान में दिक्कतें हो सकती है
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